23 मार्च तक विदेश यात्रा से 4 हजार लोग लौटे हैं बिहार में, सरकार की पैनी निगाह
पटना। देश में लॉक डाउन का बुधवार को 8वां दिन है। इस बीच बिहार की राजधानी से जो खबर सामने आयी है, वह वाकई में हम सभी को डराने वाली है। भारत में कोरोना मरीजों का आंकड़ा पिछले 24 से 48 घंटे में तेजी से बढ़ा है। अगर हम बात करें बिहार की तो बिहार में भी कोरोना पाजिटिव मरीजों को आंकड़ा बढ़कर 23 हो गया है। यहीं नहीं यहां बीते 23 मार्च तक विदेश यात्रा से लौटने वाले 4000 लोग चिन्हित किये गए हैं। इन सभी लौटने वाले लोगों पर सरकार की पैनी निगाह है।
बिहार के मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया है कि बिहार में तकरीबन 4 हजार लोग 23 मार्च तक आये हैं। सबकी जांच की जा रही है। सबकी हालत के बारे में जानकारी ली जा रही है। बिहार में जो भी व्यक्ति विदेश से लौटे हैं। उन सबों की तारिखों के अनुसार जांच कराई जा रही है। उन सभी के ऊपर सरकार निगाह रख रही है। फोन कर उनकी हालत के बारे में पता लगाया जा रहा है। भारत में बिहार ही पहला राज्य है जहां एक्टिव स्क्रीनिंग हो रही है और कोरोना पाजिटिव पकड़ में आ रहे हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि बिहार में मंगलवार को 6 पॉजिटिव केस सामने आये। ये सभी केस एक्टिव स्क्रीनिंग से आये हैं। उन्होंने आगे बताया कि जितने सारे इंटरनेशनल ट्रैवेलर्स हुए हैं। उनकी भी आस्तिक स्क्रीनिंग की जा रही है। बिहार में 23 मार्च के अंतिम तक बिहार में इंटरनेशनल ट्रेवलर्स आये हैं। 22 मार्च को भी कुछ लोग विदेश से आये हैं। कोरोना वायरस के केंद्र बने मरकज तब्लीगी जमात के 162 लोगों की पूरी लिस्ट बिहार सरकार को सौंपी गई है। जिसमें 57 विदेशी भी शामिल हैं। उन सभी तब्लीगियों की तलाश जारी है। सबको ट्रेस किया जा रहा है। एटीएस और बिहार पुलिस पता लगाने में जुटी हुई है।
बता दें कोरोना के कहर से अब तक दुनिया भर में साढ़े 8 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। विश्व में अब तक 40 हजार से अधिक लोगों ने दम तोड़ दिया है।