सुशील मोदी ने कहा : महागठबंधन का घोषणा पत्र ‘डपोर शंख’; प्रण हमारा, हम फिर लूटेंगे…
पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को महागठबंधन के घोषणा पत्र पर तंज कसते हुए कहा कि पौराणिक कथा के अनुसार एक ऐसा शंख था, जो किसी को निराश नहीं करता था। उससे जो भी मांगा जाता, वह उसे पूरा करने का वचन दे देता, लेकिन किसी को कुछ नहीं मिलता। उसे डपोर शंख कहा जाने लगा। महागठबंधन का घोषणापत्र भी डपोर शंख है, जो किसानों की कर्ज माफी या दस लाख लोगों को नौकरी जैसे वचन देता है, उसे पूरे नहीं कर सकता।
शनिवार को ट्वीट कर सुशील मोदी ने कहा कि वे बाहुबली, बलात्कार के आरोपी और भ्रष्टाचार-प्रिय साथियों की मिलीभगत से सत्ता को केवल लूट का जरिया बनाना जानते हैं। कांग्रेस और राजद को बताना चाहिए कि बिहार में किसके लंबे कुशासन के चलते कटिहार की जूट मिल, रोहतास का सीमेंट उद्योग और उत्तर बिहार की चीनी मिलें बंद हुई। इसे देखते हुए महागठबंधन को नई टैग लाइन जारी करनी चाहिए- प्रण हमारा, हम फिर लूटेंगे, विकास की गाड़ी पलटेंगे।
एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि बिहार की पहली एनडीए सरकार ने साढ़े तीन लाख शिक्षकों को नौकरी दी, 15 साल के भीतर उनके वेतन में 60 फीसद वृद्धि की और अब उन्हें ईपीएफ का लाभ भी मिल रहा है। लालू प्रसाद उस समय शिक्षकों की डिग्री को फर्जी बता कर सबकी नौकरी लेना चाहते थे, लेकिन उनकी पार्टी आज शिक्षकों की सबसे बड़ी हितैषी बन रही है। वे तो वोट लेने के लिए चांद पर जमीन देने का भी वादा कर सकते हैं।