सिर्फ अपने परिवार को समृद्ध बनाने वाले लोगों को मौका दीजिएगा, तो फिर…

जदयू का विधानसभावार वर्चुअल सम्मेलन


पटना। जदयू के विधानसभावार वर्चुअल सम्मेलन के तहत सोमवार को सीवान, हाजीपुर, राजापाकर, कल्याणपुर, समस्तीपुर, हसनपुर विधानसभा क्षेत्रों के पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ फेसबुक लाइव और डेडिकेटेड आॅनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से वर्चुअल संवाद किया गया।
जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वोट की नहीं, वोटर की चिंता करते हैं। उनकी सरकार ने पिछले 15 वर्षों में राज्य के सभी क्षेत्रों और वर्गों का न्याय के साथ विकास किया है। मुख्यमंत्री ने समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिए जितने काम किये और जितनी नीतियां बनाईं, उसकी कोई दूसरी मिसाल नहीं है। बिहार में 15 साल पहले जिस खेत की सिंचाई के लिए दो से तीन हजार रुपये का डीजल खर्च होता था, उसकी सिंचाई अब दो-तीन सौ रुपये की बिजली से हो रही है। श्री यादव ने कहा कि सिर्फ अपने परिवार को समृद्ध बनाने वाले लोगों को मौका दीजिएगा या जाति-धर्म की भावना के वशीभूत होकर मतदान करिएगा तो बिहार फिर से नरक बन जायेगा, आपके बच्चों का भविष्य फिर से अंधकारमय हो जायेगा। सरकार चलाने का अधिकार उसे ही दीजिए, जो सही नीति बनाये, सभी को आगे बढ़ाये। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने कभी अपने परिवार को आगे बढ़ाने या अपने लिए संपत्ति बनाने का काम नहीं किया है। बिहार में पिछले 15 वर्षों में कभी विकास के कामों के लिए पैसे की कमी नहीं हुई, क्योंकि बिहार ने नीतीश कुमार जैसा ईमानदार नेतृत्व चुना था।
फरक्का बराज के कारण बढ़ी बाढ़ की समस्या, हल निकाले केंद्र : संजय
वहीं जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्य के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि इस वर्ष गंडक सहित कुछ नदियों में अप्रत्याशित पानी आया है। हमलोगों ने मौसम और जलस्तर के बारे में समय पर लोगों को अलर्ट कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और विभाग के इंजीनियरों ने तटबंधों पर चौबीसों घंटे सतर्कता बरत कर जानमाल के नुकसान को कम से कम रखने का सफल प्रयास किया। श्री झा ने कहा कि बिहार में बाढ़ का कारण इसकी भौगोलिक स्थिति है। हमलोगों के ऊपर नेपाल और हिमालय है, जहां से अधिक पानी आने पर बिहार की नदियां उफना जाती हैं। जब तक नेपाल में हाई डैम नहीं बन जाता, नेपाल में अधिक बारिश होने पर पानी आता रहेगा। नेपाल में हाई डैम का निर्माण बिहार सरकार के दायरे में नहीं है। दूसरी ओर उत्तर बिहार की ज्यादातर छोटी नदियों का अतिरिक्त पानी अन्य नदियों में मिलकर अंतत: गंगा में पहुंचता है, लेकिन बंगाल में फरक्का बराज बनने से गंगा का प्रवाह बाधित हुआ है और खासकर कहलगांव से लेकर बिहार-बंगाल सीमा तक गंगा में गाद भर गया है। कई छोटी नदियों का पानी समेटे कोसी नदी का गंगा में मिलन इसी बीच में होता है। लेकिन गंगा पर फरक्का बराज बनने के कारण पर्याप्त पानी समुद्ग में नहीं जा पाता है। फरक्का बराज के कारण बढ़ी परेशानियों को बिहार सरकार की ओर से केंद्र के समक्ष कई बार उठाया जा चुका है। केंद्र सरकार को इसका हल निकालना चाहिए।
सम्मेलन को एससी-एसटी कल्याण मंत्री रमेश ऋषिदेव, आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष तनवीर अख्तर और महिला नेत्री प्रो. सुहेली मेहता के अलावा जिला एवं विधानसभा स्तर के कई नेताओं ने भी संबोधित किया।

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