PATNA : संपतचक के बैरिया में कूड़े के पहाड़ पर धुंआ और पशु शवदाह गृह से निकले दुर्गंध से जीना हराम

सौ से अधिक घरों में लटके ताले, घर बार छोड़ अन्यत्र पलायन को हुए मजबूर


फुलवारी शरीफ। राजधानी पटना के संपतचक बैरिया इलाके में एक तरफ सरकार बड़े आकर्षक हाईटेक बस टर्मिनल बना रही है, वहीं पास में स्थित रामचक बैरिया इलाके में बनाये गए पशु शवदाह गृह और पटना शहर के कूड़े कचरे को डंप करने वाले यार्ड में कूड़ा के पहाड़ में बराबर लगने वाले आग से उठती धुंआ के गुब्बार व भयंकर दुर्गंध सड़ांध से इलाके के लोगों का जीना मुहाल हो गया है। समस्या इतनी गंभीर हो चली है कि आसपास के इलाके में बराबर लोग बेहोश तक हो जाते हैं, उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ता है। सैंकड़ों लोगों को सांस संबंधी बीमारियों ने जकड़ लिया है। इस परेशानी को देख बड़ी संख्या में परिवारों ने घरों-मकानों में ताला लगा अन्यत्र चले गए हैं और वैसे लोग जो मकान निर्माण करा रहे थे, उसे अधूरा छोड़ दिया है। वहीं इस इलाके में करीब दर्जनों कॉलोनी-मुहल्ले पुराने गांवों को हजारों की आबादी धुंआ सड़ांध से कई तरह की बीमारियों के शिकार होते जा रहे हैं। इतना ही नहीं, इस इलाके से गुजरने वाले हाईवे पटना-गया-मसौढी-जहानाबाद से होकर गुजरने वाले वाहनों पर सवार लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय इलाके में विद्यालय प्रेमा लोक मिशन स्कूल के संचालक और प्रसिद्ध शिक्षाविद समाजसेवी गुरु प्रेम ने बताया कि हाईवे और इलाके में जब कूड़ा के बड़े ढ़ेर में आग लगती है तो हर तरफ धुंआ और दुर्गंध फैल जाता है, जिससे सांस लेने में लोगों को काफी परेशानी होती है। बच्चों की पढ़ाई तो दूर की बात है, जब स्वास्थ्य ही सही नहीं रहेगा तो जीवन शिक्षित, सुखमय और उज्ज्वल भविष्य की परिकल्पना ही धूमिल हो जाती है। इस गंभीर समस्या से निजात दिलाने कई बार जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों को कहा गया लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है।
भाकपा माले की ओर से संपतचक पटना सदर कमिटी की पांच सदस्यीय जांच टीम ने रामचक बैरिया शवदाह गृह कूड़ा कचड़ा वाले इलाके में दौरा किया। माले नेता सत्यानंद कुमार ने बताया कि सौ से अधिक घरों में लटके ताले गंभीर समस्या को जता रहे हंै और सैंकड़ों लोग घर बार छोड़ अन्यत्र पलायन को मजबूर हो गए हैं। आगे कहा कि एक-एक सप्ताह तक आग लगा कर ठेकेदार और उसके लोग बैरिया, मानपुर, कछुआरा, इलाहीबाग, चकिया, कर्णपुरा और आसपास की हजारों की आबादी का जीना हराम कर दिया है। पटना-गया हाईवे सड़क से देश-विदेश से आने जाने वाले टूरिस्ट गुजरते हैं, उन्हें भी भयंकर प्रदूषित धुआं में सांस लेना मुशिकल हो जाता है। इसकी जानकारी लेने के लिए भाकपा माले की ओर से सत्यानंद कुमार, रामशिगार पासवान, सुरेश सिंह, छेछन राम, रासमनी देवी ने कचड़ा यार्ड के बगल में बसे लोगों से मिले और जानकारी ली। जिसमें राजू पंडित, गोपाल प्रसाद, शंकर कुमार, उमा देवी, रंजन कुमार, रमेश मिस्त्री से उनके सुख-दुख से रूबरू हुए। इनलोगों ने माले टीम को बताया कि यहां सैकड़ों घरों में ताला लगाकर लोग दूसरे जगहों पर किराए के मकान में जाकर जीवन गुजार रहे हैं।
संपत चक के माले नेता सत्त्यानंद कुमार ने कहा कि इस गंभीर समस्या पर भाकपा माले की संपतचक प्रखंड कमिटी सरकार से मांग करती है कि तत्काल यहां से पशु शवदाह गृह हटाया जाए और कूड़ा कचरा को अन्यत्र दूर दराज के ऐसे इलाके में डंप करने की व्यवस्था की जाए, जहां आबादी को कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा कि समस्या पर सरकार गंभीर नहीं हुई तो स्थानीय समस्याओं को लेकर आंदोलन शुरू होगा।

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