रवि व सिद्धयोग के युग्म संयोग में होगा नए साल का आगमन, जानिए कैसा रहेगा नववर्ष
पटना। वर्ष 2019 की विदाई का समय नजदीक आ गया है और नए वर्ष 2020 के स्वागत की तैयारियां चरम पर है। नववर्ष को लेकर हर किसी के मन में ढेर सारी आशाएं और सपने हैं, नया साल कैसा रहेगा हम सब के लिए। इस बार रवि व सिद्धयोग के युग्म संयोग में नववर्ष 2020 की शुरूआत होगी। यह योग व्यापार में वृद्धि व लोगों को सुख-समृद्धि प्रदान करने वाला होगा। खास बात यह है कि काफी सालों के बाद ही वर्ष के पहले दिन बुधवार आ रहा है। इस दिन बुधवार होने से यह विघ्नहर्त्ता व सिद्धि-बुद्धि प्रदेता भगवान गणेश का दिन रहेगा और इस दिन पूर्वभाद्र नक्षत्र भी व्यापित रहेगा। भारतीय ज्योतिष विज्ञान परिषद के सदस्य कर्मकांड विशेषज्ञ ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा शास्त्री ने पंचागों के हवाले से बताया कि आंग्ल नववर्ष 2020 व हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से विक्रम संवत 2076 (परिधावी संवत्सर) के राजा बुध तथा प्रथम सक्रांति मकर सक्रांति मंगलवार को होने से मंत्री मंगल होंगे। बुधवार को पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में नववर्ष प्रवेश होने से पद्म योग बनता है, जो सरकार के लिए शुभता का घोतक है।
रवि व सिद्धयोग के युग्म संयोग में नए वर्ष का आगमन
पंडित शास्त्री ने कहा कि नववर्ष की शुरूआत रवि और सिद्धयोग के युग्म संयोग में हो रही है। 01 जनवरी को बुधवार दिन तथा भाद्रपद नक्षत्र होने से सिद्धयोग बना है। इस योग में नए साल के आगमन से सभी क्षेत्रो में तरक्की के आसार बन रहे हैं। इसके साथ ही वर्ष 2020 में बुधवार का विशेष संयोग बन रहा है। वहीं नए वर्ष का समापन गुरुवार को होगा।
नए वर्ष में हर क्षेत्र में बिहार की प्रगति होगी
वहीं मनमानस ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के निदेशक आचार्य रुपेश पाठक के अनुसार लग्नेश बुध चतुर्थ भाव में पंचग्रही योग बना रहा है जो सत्ता पक्ष का शुभ संकेत है। 14 दिसंबर से 15 जनवरी तक गुरु और शनि के साथ युति होने से बिहार में अराजकता का माहौल बना रहेगा, लेकिन धीरे-धीरे यह शांत हो जाएगा। नए एवं लोकहित कानून और योजनाओं से बिहार के साथ-साथ देश भी को लाभ होगा। सत्ता पक्ष और मजबूत होगा। बिहार में खनन (बालू), कला, मनोरंजन के क्षेत्र में काफी प्रगति होगी। बिहार की छवि और बेहतर होगी। 24 जनवरी को शनि धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे। गुरु का साथ छोड़ते ही देश में चल रही मंदी का असर कम होता जाएगा। वर्ष के अंत में जीडीपी में फिर से सुधार के संकेत मिलने शुरू हो जाएंगे।
नए साल का आरंभ चंद्रग्रहण से होगी
पंडित झा ने बताया कि नए साल का आरंभ चंद्रग्रहण से हो रही है। वहीं आगामी नूतन वर्ष में कुल छह ग्रहण लगेंगे, जिसमें चार चंद्रग्रहण और दो सूर्यग्रहण होंगे। इनमें एक सूर्यगहण व एक चंद्रग्रहण भारत में नहीं देखा जाएगा। 10 जनवरी को पहला चंद्रग्रहण है। वहीं दूसरा चंद्रग्रहण 5 जून, तीसरा 5 जुलाई तथा चौथा व अंतिम 30 नवंबर को लगेगा। जनवरी, जून एवं नवंबर का चंद्रग्रहण भारत में दिखाई देगा, वहीं 05 जुलाई वाला भारत में दिखाई नहीं देगा। नए साल में पहला सूर्यग्रहण 21 जून को लगेगा। दूसरा सूर्य ग्रहण 14 दिसंबर को लगेगा, लेकिन यह भारत में नहीं दिखेगा।
चंद्र ग्रहण 2020 में
10 जनवरी- ग्रहणकाल रात्रि 10: 37 बजे से 11 जनवरी को अहले सुबह 02 :42 बजे तक
05 जून- ग्रहणकाल मध्यरात्रि 11 : 15 बजे से 6 जून को भोर में 02 :34 बजे तक
05 जुलाई- ग्रहणकाल प्रात: 08:37 बजे से 11:22 बजे तक (यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा)
30 नवंबर- ग्रहणकाल मध्याह्न 01:02 बजे से शाम 05:23 बजे तक
सूर्यग्रहण 2020 में
21 जून – ग्रहणकाल प्रात: 09 :15 बजे से 03 :30 बजे तक
14 दिसंबर – ग्रहणकाल शाम 07: 03 बजे से मध्यरात्रि 12 बजे तक (यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा)
राशि के अनुसार ऐसा रहेगा नया वर्ष
मेष: आर्थिक लाभ, पदोन्नति, प्रसन्नता व लाभ
वृष: संपति में बढ़ोतरी,व्यवसाय नमे उन्नति
मिथुन: मांगलिक कार्य, स्थिति अनुकूल
कर्क: आर्थिक राहत, प्रॉपर्टी से लाभ, मांगलिक कार्य
सिंह: प्रतिष्ठा में वृद्धि, धनागमन
कन्या: मांगलिक कार्य, परेशानियों से राहत
तुला: नवीन कार्य प्रारंभ, धार्मिक कार्यो में रूचि
वृश्चिक: नए कारोबार की शुरूआत, लक्ष्य पूर्ति
धनु: स्थान परिवर्तन, अनुकूल स्थिति
मकर: शुभ कार्य होंगे, आर्थिक उन्नति, संतान पक्ष से लाभ
कुंभ: मनोरथ पूरे होंगे, शुभ कार्य, पदोन्नति
मीन: आय में बढ़ोतरी, उन्नति