मोदी सरकार का चीन पर तीसरी ‘डिजिटल स्ट्राइक’, पबजी समेत 118 मोबाइल ऐप्स देश में हुए ‘बैन’

CENTRAL DESK : भारत-चीन के बीच सीमा पर लंबे समय से चल रहे तनाव के बीच केंद्र सरकार ने बुधवार को एक और अहम फैसला लेते हुए चीन पर तीसरी ‘डिजिटल स्ट्राइक’ किया है। दुनियाभर में लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी समेत 118 मोबाइल ऐप्स को बैन कर दिया है। इससे पहले भी सरकार ने कई चीनी कंपनियों की ऐप को बैन कर चुकी है। सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने प्रतिबंधित की गईं ऐप्स को देश की सुरक्षा, संप्रभुता, एकता के लिए नुकसानदेह बताया है। बता दें इससे पहले जून के अंत में भारत सरकार ने चीन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 59 चाइनीज चीनी मोबाइल एप्स को बैन किया था। इन ऐप्स में टिकटॉक, शेयर इट, यूसी ब्राउजर, हेलो, विगो, जैसे ऐप शामिल थी। इसके बाद सरकार ने 47 और चीनी मोबाइल ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था।
ऐप्स को बैन किए जाने की जानकारी देते हुए आईटी मंत्रालय ने कहा कि ‘सूचना और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 69-ए के तहत इस फैसले को लागू किया है। ये सभी 118 मोबाइल ऐप्स विभिन्न प्रकार के खतरे उत्पन्न कर रही थीं, जिसके चलते इन्हें बैन किया गया है।’ सरकार ने जिन 118 मोबाइल ऐप्स को बैन किया है, उनमें एपस लॉन्चर प्रो थीम, एपस सिक्योरिटी-एंटीवायरस, एपस टर्बो क्लीनर 2020, शाओमी की शेयर सेव, फेसयू, कट कट, बायडु, कैमकार्ड शामिल हैं। इसके अलावा, वीचैट रीडिंग, पिटू, इन नोट, स्मॉल क्यू ब्रश, साइबर हंटर, लाइफ आफ्टर आदि ऐप्स भी शामिल हैं।
मंत्रालय ने आगे कहा, ‘विभिन्न स्रोतों से कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें चोरी के लिए एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कुछ मोबाइल ऐप के दुरुपयोग और यूजर्स के डेटा का गलत इस्तेमाल शामिल है।’ आईटी मंत्रालय ने कहा कि भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र, गृह मंत्रालय ने भी इन ऐप्स को ब्लॉक करने के लिए एक विस्तृत सिफारिश भेजी है। भारत की संप्रभुता के साथ-साथ हमारे नागरिकों की गोपनीयता को नुकसान पहुंचाने वाले ऐप्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला लिया गया है।’

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