बिहार चुनाव : भाजपा नेताओं ने चलाया ‘आपरेशन बेबी’, मनाने के लिए चली दो दिन कवायद

पटना। बोचहा की विधायक और भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष बेबी कुमारी के विरोध ने भाजपा को काफी परेशानी में डाल दिया था। महादलित समुदाय से आने वाली बेबी ने टिकट ना मिलने से पिछले दिनों मीडिया के समक्ष फूट-फूट कर रोयी थी और भाजपा पर कई आरोप लगाये थे। उनके भरे जख्म पर मरहम लगाने का काम लोजपा ने किया था। बात बन जाने के बाद बेबी ने लोजपा के सिंबल से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। लगातार भाजपा विरोधी नेताओं को लोजपा से चुनाव लड़ने को लेकर भाजपा सकते में आ गई। इसके बाद भाजपा नेताओं ने ‘आपरेशन बेबी’ चलाया और बेबी को मनाने की कवायद शुरू की, अतंत: बेबी मान गई। दो दिनों से लगातार हो रही कवायद के बाद बेबी को मना लिया गया है। भाजपा आलाकमान ने बेबी को वचन दिया है कि एनडीए की सरकार बनी तो उन्हें राज्यपाल कोटे वाली एमएलसी सीट दी जाएगी। फिर क्या था बेबी ने अपना फैसला बदलते हुए भाजपा में ही रहने की बात कह दी।


भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बताया कि बोचहा सीट भाजपा के खाते में नहीं आई इसलिए ये परेशानी हुई। जबकि भाजपा बेबी कुमारी को चुनाव लड़ाना चाहती थी। लेकिन ये सीट वीआईपी के खाते में चली गई। जायसवाल ने बताया कि बेबी कुमारी भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं और इनकी अपने क्षेत्र में काफी पकड़ है। ऐसे कार्यकर्ताओं का भाजपा सम्मान करती है। हालांकि संजय जायसवाल ने सबके सामने नहीं कहा कि वो बेबी को एमएससी भेजेंगे। बहरहाल, बेबी ने लोजपा का सिंबल लौटा दिया है और भाजपा में वापस आ गईं हैं।

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