BIHAR : कांग्रेस की बैठक में दूसरे दिन भी हंगामा, चलीं कुर्सियां, खामोशी से देख रहे थे नए प्रभारी

पटना। बिहार चुनाव में खराब प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस में हंगामे का दौर जारी है। बीते सोमवार को जब कांग्रेस के नए प्रभारी भक्त चरण दास बिहार की धरती पर कदम रखे तो एयरपोर्ट पर सबकुछ ठीक-ठाक था, लेकिन जैसे ही उनका पार्टी कार्यालय में आगमन हुआ। पार्टी की अंतर्कलह खुलकर सतह पर आ गई, नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार कर दी और आज मंगलवार को भी नए प्रभारी भक्त चरण दास की मौजूदगी में सदाकत आश्रम कांग्रेस कार्यालय में हंगामा करते हुए नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगाते हुए जमकर तू-तू, मैं-मैं की। नौबत मारपीट तक की आ गई और देखते-देखते एक-दूसरे पर कुर्सियां भी चलनी शुरू हो गई।
टिकटों की खरीद-फरोख्त का आरोप : दरअसल, मंगलवार को पहले दौर की बैठक शुरू होते ही किसान नेता राजकुमार राजन ने पार्टी के प्रदेश नेतृत्व पर मनमानी और विधानसभा चुनाव में टिकटों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगा दिया। आरोप लगाते ही बैठक में टोका-टाकी का दौर शुरू हो गया। प्रदेश नेतृत्व में शामिल कई नेताओं ने उन्हें रोका, चेतावनी भी दी। लेकिन राजकुमार राजन लगातार बोलते जा रहे थे। वहीं बैठक में मौजूद नए प्रदेश प्रभारी भक्त चरण दास खामोशी से यह सब देख रहे थे। इसी बीच कुछ नेता उन्हें ललकारते हुए राजद की ओर बढ़ने लगे। जवाब में दूसरे गुट के नेता भी सामने आ गए। इसके बाद बैठक में बातचीत की जगह खींचतान, धक्का मुक्की और एक-दूसरे पर कुर्सियां फेंकने का दौर शुरू हो गया। मंच पर मौजूद भक्त चरण दास, प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित अन्य वरिष्ठ नेता हंगामा कर रहे नेताओं को शांत कराने की कोशिश करते रहे। काफी जद्दोजहद के बाद किसी तरह माहौल शांत हुआ। इसके बाद बैठक की आगे की कार्यवाही बढ़ी।
बाहरी लोगों ने किया हंगामा : इधर, बैठक में हंगामे को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजीत शर्मा ने कहा कि कुछ बाहरी लोग बैठक में घुस आए थे। उन्होंने ही हंगामा किया। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान की जा रही है।

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