BIHAR : पटना, गया व मुजफ्फरपुर में पटाखों की बिक्री एवं उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध के आदेश, प्रशासन कराए अनुपालन
पटना। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद् ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि ऐसे शहरों में जहां पटाखों की बिक्री या उपयोग प्रतिबंधित नहीं है, वहां दीपावली, छठ, नव-वर्ष, गुरूपर्व, क्रिसमस आदि के समय राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दो घंटे तक ही छोड़े जा सकेंगे। यदि राज्य सरकार द्वारा समय निर्धारित नहीं किया जाता है तो आदेशानुसार दीवाली एवं गुरू पर्व पर रात्रि 08 बजे से रात्रि 10 बजे तक, छठ में प्रात: 06 बजे से प्रात: 08 बजे तक एवं क्रिसमस एवं नव वर्ष के दिन मध्य रात्रि 11.55 से मध्य रात्रि 12.30 बजे तक ही पटाखे छोड़े जा सकते हंै। ज्ञातव्य हो कि बिहार के तीन प्रदूषित शहरों यथा- पटना, गया व मुजफ्फरपुर में गत नवम्बर, 2019 के दौरान वायु प्रदूषण का स्तर क्रमश: बहुत खराब पाया गया था। इसे देखते हुए उक्त शहरों में पटाखों की बिक्री एवं उपयोग पूर्णत: प्रतिबंधित है।
राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश के आलोक में पर्षद् ने पत्रांक 1514, दिनांक 10 नवंबर 2020 द्वारा मुख्य सचिव, बिहार सरकार, पुलिस महानिदेशक, बिहार को उक्त आशय का पत्र प्रेषित करते हुए राज्य के तीन शहरों यथा- पटना, गया एवं मुजफ्फरपुर में पटाखों की बिक्री एवं उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाये जाने एवं अन्य शहरों में राष्ट्रीय हरित अधिकरण द्वारा पारित आदेश के अक्षरश: अनुपालन के लिए संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक आदेश जारी करने का अनुरोध किया गया है।
इसी क्रम में राज्य पर्षद् के अध्यक्ष डॉं. अशोक कुमार घोष ने राज्य के सजग नागरिकों से अपील किया है कि वे राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेश का अनुपालन कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपने कर्तव्य की पूर्ति करें ताकि राज्य के प्रदूषित शहरों में परिवेशीय वायु गुणवत्ता के स्तर को बढ़ने से रोका जा सके।
पटना के हर गली-मोहल्ले में बिक रहे पटाखे
मतगणना के बाद नेताओं के चुनावी जश्न से शुरू हुआ आतिशबाजी का सिलसिला दिवाली तक जारी है। पटना में प्रशासन ने कागजों में पाबंदी लगा दी है, जबकि शहर के पॉश इलाकों में भी दुकानें सजी हैं। पटाखों का इस्तेमाल बिना रोक-टोक किया जा रहा है। एनजीटी ने दिवाली पर वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सोमवार को सख्त फैसला लिया है। 10 नवंबर से 30 नवंबर तक बिहार के पटना, मुजफ्फरपुर, गया, दिल्ली-एनसीआर के साथ उन सभी शहरों/कस्बों में पटाखे बेचने और इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है, जहां पिछले साल नवंबर में हवा विषैली थी। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सबसे प्रदूषित 122 शहरों के नाम एनजीटी को देकर पटाखों की बिक्री रोकने की सिफारिश की थी, जिसमें पटना भी संवेदनशील शहरों में से एक था।