PATNA : 135 करोड़ की ठगी मामले में न्याय की आस लिए महिलाएं JDU कार्यालय के बाहर हैं बैठी, घर पर चढ़कर फाइनेंस कंपनी के लोग मांग रहे पैसा

पटना। पटना स्थित जदयू मुख्यालय के बाहर सड़क पर बीते 48 घंटों से बिहार के मोतिहारी जिले से आईं करीब 100 से अधिक महिलाएं धरने पर बैठीं है। ये वही महिलाएं हैं, जिनके नाम पर 135 करोड़ की ठगी हुआ था। हालांकि मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट के नाम पर हुई इस ठगी का मुख्य आरोपी जेल में है। मामला मधुबन थाना क्षेत्र का है। अब महिलाओं से घर पर चढ़कर फाइनेंस कंपनी के लोग पैसा मांग रहे हैं। ये महिलाएं अब घर जाना नहीं चाहती क्योंकि उन्हें डर है कि फाइनेंस कंपनी के लोग परेशान करेंगे।
ठगी की शिकार हुई महिलाओं ने बताया कि ठगी के मुख्य आरोपी निर्भय कुमार यादव ने भारत फाइनेंस, एससीएलएफ माइक्रो फाइनेंस, एलएंडटी फाइनेंस जैसे आधा दर्जन फाइनेंस कंपनियों से करीब चार करोड़ रुपए ग्रुप लोन दिलवाया गया। इसके बाद निर्भय कुमार यादव राशि हड़प कर फरार हो गया था। निर्भय अब जेल में है। वहीं महिलाओं को फाइनेंस कंपनी की तरफ से लगातार धमकियां मिल रही है। कई महिलाओं ने इसे लेकर पुलिस के समक्ष शिकायत भी की है। धमकी और कानूनी कार्रवाई की डर से सहमी महिलाएं जदयू के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ न्याय की गुहार लगा रही है। कोतवाली थाना ने उनसे लिखित शिकायत लेकर कार्रवाई का भरोसा दिया है। इसके बाबजूद कई महिलाएं अब भी वहीं बैठी हैं। उनका कहना है कि आरोपी निर्भय की संपत्ति नीलाम कर फाइनेंस कंपनियों को चुकाया जाएं, जिससे फाइनेंस कंपनियां के डर से वो बाहर निकल सकें।
ऐसे खेला गया था ‘खेला’
इस मामले में 15 जुलाई को प्राथमिकी दर्ज हुई थी। पुलिस ने जालसाजी के इस मामले में 135 करोड़ों की ठगी का खुलासा किया था। तब ये पता चला था कि ठगी का ये पूरा मामला बीते ढाई सालों से चल रहा था। आरोपी निर्भय ने 20-20 महिलाओं का समूह बनवाया था। प्रत्येक महिला से 22 हजार पांच सौ रुपए लेकर मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन ट्रस्ट का सदस्य बनाया और उन्हें दो वर्षों तक प्रतिमाह 2500-2500 रुपए देने का लालच दिया। ठगी का ये काम उत्तर बिहार के पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर और शिवहर सहित छह जिलों में फैला था। महिलाओं के तीन हजार समूहों से 135 करोड़ रुपये ठगे गए थे। इसमें करीब 60 हजार महिलाओं को जोड़ा गया था। प्रत्येक समूह से 4.5 लाख रुपये लिए गए।

About Post Author

You may have missed