मुजफ्फरपुर में बेटा ना होने पर महिला को ससुरालवालों ने जिंदा जलाया, 23 दिन बाद हुई मौत

साक्षी कुमारी की फाइल फोटो

मुजफ्फरपुर, बिहार। मुजफ्फरपुर जिले के मोतीपुर के गांधी चौक-महना रोड की एक विवाहिता की गुरुवार रात चांदनी चौक स्थित एक निजी अस्पताल में मौत हो गई। आग से बुरी तरह से झुलसने के बाद उसे 23 दिन पहले भर्ती कराया गया था। उसकी मौके के बाद मायके वालों ने ससुराल वालों को बेटा नहीं जनने पर जिंदा जलाने का आरोप लगाया। मृतका साक्षी कुमारी के भाई रोहित कुमार ने आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी बहन की शादी मोतीपुर के व्यापारी धर्मेंद्र कुमार से जनवरी 2012 में हुई थी। सब कुछ ठीक था। इसबीच उनकी बहन ने दिसम्बर 2012 में ही एक बेटी को जन्म दिया। इसके बाद से उसके ससुराल वाले उसे प्रताड़ित करने लगे। 2018 में फिर उसे दूसरी बेटी को जन्म दिया। इसके बाद से प्रताड़ना मारपीट व गली गलौज में बदल गई।

परिजनों का आरोप; पुलिस ने नहीं सुनी फरियाद

परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि जब वे मामले की शिकायत करने कांटी व मोतीपुर थाने पर गए तो पुलिस ने उनका आवेदन लेने से इनकार कर दिया है। रात 12 बजे चांदनी चौक से विवाहिता का शव लेकर परिजन छपरा जिला के सोनपुर मीनाबाजर के लिए एम्बुलेंस से रवाना हुए। बीते आठ फरवरी को ससुराल वालों ने केरोसिन छिड़क उसे जिंदा जला दिया। वही जब अस्पताल की सूचना पर कांटी थाने की पुलिस बयान लेने अस्पताल पहुंची थी। लेकिन, उस वक्त वह अचेतावस्था में थी। पुलिस पदाधिकरी ने अपने मर्जी से बयान लिख लिया। बताया की जब कांटी व मोतीपुर थाना पर शिकायत करने पहुंचे तो किसी ने संज्ञान नहीं लिया। एसएसपी को कॉल की, लेकिन रिसीव नहीं हुई। डीएसपी वेस्ट अभिषेक आनंद ने कहा कि महिला का बयान हुआ था। आगे कार्रवाई की जाएगी।

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