जहां महिलाएं प्रताड़ित, वहां महिला दिवस का क्या महत्व : चिराग पासवान
पटना। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान ने कहा है कि जहां महिलाएं प्रताड़ित वहां महिला दिवस का क्या महत्व है। बिहार में जिस तरह से महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं तथा उन्हें प्रताड़ित होना पड़ रहा है, उसे देखते हुए यहां महिला दिवस महज एक दिवस बनकर रह गया है और इसकी अहमियत कम हो गयी है।
नई दिल्ली से पटना पहुंचने पर पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि जिस प्रदेश में बालिका गृह में लड़कियों को शोषण का शिकार होना पड़े और इसके जिम्मेवार पदाधिकारी को शासन-प्रशासन की ओर से क्लिनचिट दे दिया जाय, वहां महिला दिवस का क्या महत्व रह जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि जिस प्रदेश में जहरीली शराब की वजह से अपनों की मौत पर महिलाओं की चित्कार सुनाई दे और ऐसी घटनाओं पर मुख्यमंत्री खामोश रहे, वहां महिला दिवस कितना महत्व रखता है, इसे समझा जा सकता है।
चिराग ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण सच है कि आज बिहार में जिस रफ्तार से आपराधिक घटनाओं में वृद्धि हो रही है, ठीक उसके विपरीत अपराधियों की गिरफ्तारी में कमी हो रही है। उन्होंने शराबबंदी को सबसे विफल कानून बताते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री अपनी प्रशासनिक विफलता को छिपाने के लिए सिर्फ शराबबंदी की चर्चा करते रहते हैं। चिराग ने महिला दिवस पर अपने शुभकामना संदेश में कहा कि बिहार में स्थिति बदले, इसके लिए सरकार कारगर कदम उठाए ताकि बिहार की महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर मिल सके।
चिराग पासवान ने कहा कि भागलपुर ब्लास्ट मामले की ईमानदार जांच होनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके। उन्होंने बताया कि बिहार विधान परिषद की 24 सीटों के लिए होनेवाले चुनाव में उनकी पार्टी 10 से 12 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। चिराग ने कहा कि बिहार में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए ठोस रणनीति के साथ पार्टी काम कर रही है। उन्होंने भाजपा के एक विधायक द्वारा अल्पसंख्यकों के मतदान अधिकार पर की गयी टिप्पणी को शर्मनाक बताते हुए उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।