पटना में तीन संदिग्ध अपराधी गिरफ्तार, सिपाही भर्ती परीक्षा के आठ अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले, चेकबुक भी बरामद
पटना। बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़ी एक और घटना सामने आई है, जिसमें पटना पुलिस ने तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के एक होटल से की गई है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में रामाशीष कुमार, प्रेम प्रकाश, और चंदन कुमार शामिल हैं। पुलिस को तलाशी के दौरान उनके पास से कई आपत्तिजनक सामग्रियां मिलीं, जिनमें चेकबुक, कैश, मोबाइल फोन और विभिन्न दस्तावेज़ शामिल हैं। खासकर, रामाशीष कुमार के पास से सिपाही भर्ती परीक्षा के आठ अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले हैं, जिनमें पूर्णिया, किशनगंज, और अररिया के उम्मीदवार शामिल हैं। गौरतलब है कि बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा पहले भी विवादों में रही है। पेपर लीक होने के कारण इस परीक्षा को पहले रद्द किया गया था, जिसके बाद बिहार प्रशासन और आयोग ने इस बार परीक्षा को सुरक्षित और निष्पक्ष तरीके से आयोजित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। इसके बावजूद, परीक्षा के दौरान और उसके बाद भी सुरक्षा में सेंधमारी की घटनाएं सामने आती रही हैं। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने तीनों संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस का मानना है कि यह मामला केवल चेकबुक और एडमिट कार्ड तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़े रैकेट का हाथ हो सकता है। इस घटना ने एक बार फिर से बिहार में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों का परीक्षा में अनियमितताओं से क्या संबंध हो सकता है। इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार में परीक्षा प्रक्रिया को लेकर और अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। प्रशासन को भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और कठोर कदम उठाने होंगे, ताकि भविष्य में परीक्षार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ न हो सके। पटना पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक संभावित बड़े घोटाले को समय रहते रोकने में मदद की है। लेकिन यह भी साफ है कि बिहार में इस तरह की घटनाओं पर पूरी तरह से लगाम लगाने के लिए अभी और भी ठोस प्रयासों की जरूरत है। आगे की जांच से यह पता चल सकेगा कि इस मामले में और कौन-कौन शामिल हैं और क्या इससे पहले भी इस तरह की कोई गतिविधि हो चुकी है। इस घटना के बाद, बिहार में सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर उम्मीदवारों में चिंता और तनाव बढ़ गया है। प्रशासन को इस दिशा में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्यवाही करनी होगी, ताकि ईमानदार उम्मीदवारों का भरोसा बना रहे। पुलिस और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी होंगी, क्योंकि इससे यह साबित होगा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति कितनी मजबूत है।