सांसद राजेश वर्मा को जान से मारने की धमकी देने वाला अपराधी गिरफ्तार, पुलिस ने जांच के बाद दबोचा
पटना। खगड़िया से लोजपा (रामविलास) के सांसद राजेश वर्मा को जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने अभियुक्त बिट्टू कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। यह धमकी सांसद के निजी मोबाइल पर कॉल के माध्यम से दी गई थी, जिसके बाद सांसद के निजी सचिव विकास कुमार ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। मामला दर्ज होने के बाद, खगड़िया साइबर थाना पुलिस और डीआईयू (डिजिटल इंवेस्टिगेशन यूनिट) की संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन को बरामद किया और बिट्टू कुमार को गिरफ्तार किया। पुलिस ने जब अभियुक्त से पूछताछ की, तो उसने बताया कि घटना के वक्त वह नोएडा में था और नशे की हालत में उसने यह कॉल किया था। पुलिस ने बिट्टू के पास से एक मोबाइल फोन भी जब्त किया है, जो उसने धमकी देने के लिए इस्तेमाल किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए, खगड़िया के पुलिस अधीक्षक ने अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिए तुरंत दिशा-निर्देश जारी किए। इन निर्देशों के तहत, तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान का सहारा लेकर पुलिस ने बिट्टू कुमार को दबोच लिया। पूछताछ के दौरान, बिट्टू कुमार ने बताया कि उसने नशे की हालत में सांसद को धमकी दी थी। हालांकि, पुलिस अभी भी इस मामले की जांच के सभी पहलुओं पर ध्यान दे रही है ताकि किसी भी संभावित षड्यंत्र या अन्य आपराधिक गतिविधि का पता लगाया जा सके। गिरफ्तार किए गए अभियुक्त बिट्टू कुमार खगड़िया के अलौली थाना क्षेत्र के मुजौना गांव का रहने वाला है। वह सिकंदर यादव का बेटा है और उसके पास से पुलिस ने वह मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है जिसका उपयोग उसने धमकी भरी कॉल करने के लिए किया था। इस घटना ने न केवल खगड़िया में बल्कि पूरे बिहार में हलचल मचा दी है। जनप्रतिनिधियों को धमकियां मिलने की घटनाएं लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती हैं और पुलिस इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है। हालांकि अभियुक्त ने इसे नशे की हालत में की गई एक गलती के रूप में प्रस्तुत किया है, पुलिस इस घटना की तह तक जाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। अभियुक्त बिट्टू कुमार की गिरफ्तारी से खगड़िया की जनता और राजनीतिक हलकों में राहत की सांस ली गई है। पुलिस द्वारा की जा रही इस तेजी से कार्रवाई से यह स्पष्ट हो गया है कि किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं इस घटना के पीछे किसी अन्य व्यक्ति या संगठन का हाथ तो नहीं है। इस घटना से एक बार फिर यह साबित हुआ है कि कानून के दायरे में रहकर अपराधियों को जल्द ही उनकी करनी का फल मिलता है, चाहे वे किसी भी तरह के बहाने बनाएं। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आगे इस मामले में क्या कदम उठाए जाएंगे और बिट्टू कुमार को कानून के तहत किस प्रकार की सजा दी जाएगी।