PATNA : जून तक राजधानी को मिलेगी अब्दुल कलाम साइंस सिटी की सौगात, 15 एकड़ भूमि में हो रहा निर्माण

पटना। राजधानी पटना समेत बिहार के बच्चों को विज्ञान के प्रति आकर्षित तथा विज्ञान से रूबरू कराने के लिए बिहार सरकार के द्वारा राजधानी पटना में एक भव्य साइंस सिटी का निर्माण किया जा रहा है। इस साइंस सिटी का निर्माण राजधानी पटना में साल 2021 में शुरू हुआ था। यह साइंस सिटी भारत के मिसाइल मैन कहे जाने वाले एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर रखी गई है और इसका निर्माण राजधानी पटना के मोइनुल हक स्टेडियम के पास किया जा रहा है। वही अब साइंस सिटी से संबंधित एक बड़ी जानकारी निकलकर सामने आई है कि जून के अंत में इस साइंस सिटी का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा और राजधानी पटना समेत बिहार के लोगों को एक बड़ी साइंस सिटी की सौगात मिल जाएगी। राज्य सरकार अब बिहार में आधुनिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ाने के लिए पटना में एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी का निर्माण कराया जा रहा है। मोइनुल हक स्टेडियम के पास बन रही एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी का निर्माण कार्य जून तक पूरा करने का लक्ष्य है। भवन निर्माण विभाग द्वारा साइंस सिटी भवन का निर्माण कराया जा रहा है। यह साइंस सिटी 15 एकड़ भूमि पर तैयार हो रहा है। जिसमें 30 हजार स्क्वायर मीटर में जी प्लस वन बिल्डिंग बनाया जा रहा है।

इस भवन की आधारशिला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2019 में रखी थी और इस परियोजना की कुल लागत 334 करोड़ रुपए है। जिसका अब युद्ध स्तर पर निर्माण किया जा रहा हैं। पटना में बनने वाली एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी भव्य होगी। इस साइंस सिटी के निर्माण के पीछे बिहार सरकार का उद्देश्य बिहार के बच्चों को विज्ञान के प्रति आकर्षित करना है। वही बात करें इस साइंस सिटी की खास सुविधाओं की तो यहां आपको भवन में पांच दीर्घा अलग-अलग थीम पर मिलेगें। यहां आर्यभट्ट से लेकर कलाम तक का विजन दिखेगा। जिसमें पहला विषय है बेसिक साइंस यानी कि प्रारंभिक और सामान्य विज्ञान, दूसरा विषय वैज्ञानिक दृष्टिकोण कैसे तैयार करें, तीसरा विषय स्पेस एंड एस्ट्रोनॉमी, चौथा सस्टेनेबल एनवायरमेंट और पांचवा बॉडी एंड माइंड है। साइंस के छात्र यहां आकर साइंस का प्रयोग भी कर सकेंगे। इस तरह की सुविधा यहां उपलब्ध करवाई जा रही है। साइंस गैलरी के लिए मॉडल डिजाइन करने का काम कनाडा के जीएसएम प्रोजेक्ट मिला है। साइंस गैलरी में अधिकांश मॉडल नेचर और तकनीकी पर आधारित होंगे।