भोजपुर में असामाजिक तत्वों ने जेसीबी से मंदिर तोड़ा, विरोध में हाईवे जाम

- मोपती बाजार की घटना, लोगों के भारी आक्रोश के बाद विधायक ने दोबारा नींव रखवाई
आरा। भोजपुर जिले के सिकरहटा थाना क्षेत्र के मोपती बाजार में स्थित एक प्राचीन महावीर मंदिर को असामाजिक तत्वों ने सोमवार देर रात जेसीबी मशीन से तोड़ दिया। यह मंदिर पीरो-बिहटा स्टेट हाईवे 102 के किनारे स्थित था और क्षेत्र के लोगों की गहरी आस्था का केंद्र माना जाता था। मंदिर को गिराने की यह घटना पूरी तरह से सुनियोजित प्रतीत हो रही है, क्योंकि ग्रामीणों के अनुसार, यह कार्य चुपचाप रात में किया गया ताकि किसी को भनक तक न लगे।
सुबह होते ही भड़का आक्रोश
मंगलवार की सुबह जब स्थानीय लोगों की नजर टूटी हुई मंदिर की ओर पड़ी तो पूरे इलाके में आक्रोश की लहर दौड़ गई। सैकड़ों ग्रामीण घटनास्थल पर जुट गए और पीरो-बिहटा हाइवे को सुबह 5 बजे से ही जाम कर दिया। सड़क पर चौकी और बेंच रखकर लोगों ने यातायात को पूरी तरह ठप कर दिया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन हरकत में आया। पीरो एसडीओ कृष्ण कुमार उपाध्याय, डीएसपी कृष्ण कुमार सिंह, सीओ और थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक टीम मौके पर पहुंची। अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग जिलाधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे। अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के पीछे की जमीन को लेकर दो पक्षों में पुराना विवाद चल रहा था और यह मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि शरारती तत्वों की पहचान की जा सके।
पूजारी से पूछताछ और सुराग की तलाश
पुलिस ने मंदिर के पूजारी इंद्रदेव पासवान और अन्य स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की है। घटनास्थल पर चावल के बिखरे दाने मिले हैं, जिससे अंदेशा है कि मंदिर में पूजा-पाठ की कुछ वस्तुएं जानबूझकर फैलाई गईं हों। साथ ही आरोपी पक्ष की ओर से यह दावा किया जा रहा है कि उन्हें साजिश के तहत इस मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने भी कानूनी कार्रवाई का रास्ता अपनाने की बात कही है।
स्थानीय विधायक ने रखवाई दोबारा नींव
लगभग चार घंटे तक चला सड़क जाम उस समय समाप्त हुआ जब स्थानीय विधायक विशाल प्रशांत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों और मंदिर समिति के सदस्यों से बातचीत की और विश्वास दिलाया कि मंदिर का पुनर्निर्माण जल्द ही शुरू कराया जाएगा। इसके बाद मौके पर ही ईंट, सीमेंट और अन्य सामग्री मंगवाकर पूजा-पाठ के साथ मंदिर की नई नींव रखी गई। नारियल फोड़कर नए निर्माण की शुरुआत होते ही लोगों का गुस्सा कुछ कम हुआ और सड़क से अवरोध हटाया गया।
70 साल पुराना मंदिर, श्रद्धा का केंद्र
स्थानीय लोगों के अनुसार, मोपती बाजार का यह महावीर मंदिर लगभग 70 वर्ष पुराना था। यह मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और आस्था का प्रतीक भी था। इसे तोड़ने की घटना ने लोगों की भावनाओं को गहराई से आहत किया है। यही कारण है कि घटना के तुरंत बाद बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे।
आगे की कार्रवाई और सतर्कता
घटना की गंभीरता को देखते हुए पीरो और तरारी के अधिकारी अब लगातार क्षेत्र में कैंप कर रहे हैं। भोजपुर एसपी राज ने बताया कि पुलिस सभी पहलुओं से जांच कर रही है और जल्द ही दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन यह भी सुनिश्चित करने की कोशिश में है कि दोबारा ऐसी घटना न हो और कानून व्यवस्था बनी रहे। भोजपुर के मोपती बाजार में महावीर मंदिर को जेसीबी से गिराने की घटना ने न केवल धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाई, बल्कि सामाजिक शांति को भी चुनौती दी है। हालांकि प्रशासन की तत्परता और स्थानीय जनप्रतिनिधि की पहल से स्थिति नियंत्रित हो गई, लेकिन यह घटना यह संदेश जरूर देती है कि धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और आपसी विवादों का समाधान समय रहते नहीं किया गया तो उसका असर व्यापक स्तर पर हो सकता है। भविष्य में ऐसे विवाद न हों, इसके लिए प्रशासन और समाज दोनों को सतर्क रहना होगा।
