विश्वेश्वरैया भवन अगलगी कांड पर तेजप्रताप यादव का तंज़, बोले- सरकार ने इस बहाने घोटालें वालें सभी फाइलों को जला दिया

पटना। विश्वेश्वरैया भवन के सर्वर रूम में बुधवार की सुबह शाट सर्किट से लगी आग में दो मंजिल को अपनी चपेट में ले लिया। स्थल का मुआयना करने के बाद प्रमंडलीय आयुक्त सह भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने आज से दो दिनों के लिए विश्वेश्वरैया भवन में प्रवेश पर रोक लगा दी है। वहीं विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग पर लालू यादव के छोटे बेटे और आरजेडी विधायक तेज प्रताप यादव ने सवाल खड़ा किया है। तेज प्रताप यादव ने बकायदा वीडियो शेयर कर कहा है कि घोटाला वाला पूरा फाइल जला दिया गया है। सरकार सच्चाई को छिपाने में जुटी है। वही इस समब्ध संबध में जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि विश्वेश्वरैया भवन में आग लगने की सूचना के मिलते ही जिला नियंत्रण कक्ष, जिला फायर स्टेशन और सचिवालय थाना से दमकल मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाने की कोशिश की। स्थिति की गंभीरता को भांपकर राज्य अग्निशमन मुख्यालय से दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मंगाना पड़ा। दमकल की कमी को देखते हुए पटना एयरपोर्ट और एनटीपीसी बाढ़ के अलावा वैशाली, भोजपुर और जहानाबाद से फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां मंगाई गईं। करीब 40 दमकल सुबह से आग बुझाने में लगे रहे। इस आपरेशन में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को लगाया गया है। बताया गया कि विशेषज्ञों की टीम आग लगने के कारण की जांच करेगी।
फाल्स सीलिंग व केबल से फैली आग, फायर सेफ्टी आडिट का चलेगा अभियान
जानकारी के अनुसार, आपरेशन में लगी टीम को फाल्स सीलिंग जलकर गिरने से आग पर काबू पाने में दिक्कत आ रही थी। फाल्स सीलिंग और इंटीरियर के कारण आग पांचवीं से छठी मंजिल को भी चपेट में ले ली। डीएम ने बताया कि जिला अग्निशमन केंद्र के पास बहुमंजिली इमारत में आग बुझाने के लिए साधन नहीं होने के कारण राज्य मुख्यालय से हाइड्रोलिक प्लेटफार्म वाला फायर फाइटिंग यूनिट मंगाना पड़ा। भवन के दोनों ओर से हाइड्रोलिक प्लेटफार्म से आग पर काबू पाने में मदद मिली। जिलाधिकारी ने विश्वेश्वरैया भवन में आग की घटना के बाद सभी सरकारी भवनों में अभियान चलाकर अग्निशमन प्रबंध का अंकेक्षण कराने को कहा है। उन्होंने बताया कि अग्निशमन विभाग अग्नि सुरक्षा की जांच करती है, लेकिन अभियान चलाकर आडिट कराया जाएगा।

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