अपराध को लेकर तेजस्वी का सरकार पर हमला, कहा- राज्य अपराध से त्राहिमाम और शांति से बैठे हैं सीएम
पटना। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए अपने कार्यकर्ताओं से संवाद करने के लिए यात्रा की शुरुआत कर दी है। इसी बीच तेजस्वी यादव सोशल मीडिया के माध्यम से बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर बिहार की डबल इंजन सरकार पर हमलावर है। इसी कड़ी में उन्होंने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स के माध्यम से एक बार फिर बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बिहार पुलिस द्वारा जारी किए गए अपराध के आंकड़ों का हवाला देते हुए सरकार से जवाब मांगा। इन आंकड़ों को आधार बनाकर तेजस्वी ने नीतीश कुमार की सरकार पर राज्य में कानून-व्यवस्था को ध्वस्त करने का आरोप लगाया है।
बिहार पुलिस के आंकड़ों का जिक्र
बिहार पुलिस द्वारा हाल ही में जारी किए गए आंकड़े, जो पिछले छह महीनों में राज्य में हुए अपराधों का विवरण प्रस्तुत करते हैं, को लेकर तेजस्वी ने चिंता जताई। इन आंकड़ों के मुताबिक, राज्य में अपराध की घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है, और हत्या, लूट, डकैती जैसी घटनाएं राज्य में बढ़ती जा रही हैं। तेजस्वी ने इन्हीं आंकड़ों का हवाला देते हुए दावा किया कि बिहार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है और सरकार इसे नियंत्रित करने में असमर्थ है।
नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप
तेजस्वी यादव ने अपने पोस्ट में नीतीश कुमार पर तीखे शब्दों में हमला करते हुए लिखा कि बिहार के मुख्यमंत्री “सुषुप्त अवस्था” में हैं और राज्य में अपराधियों को खुली छूट दे रखी है। उन्होंने दावा किया कि राज्य में प्रतिदिन सैकड़ों लोग सत्ता प्रायोजित और पूर्व नियोजित हत्याओं का शिकार हो रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि नीतीश सरकार की पुलिस अपराध की रोकथाम में असफल साबित हो रही है। इसके बजाय, पुलिस शराबबंदी के नाम पर धन शोधन में व्यस्त है, जबकि अपराधी बिना किसी रोक-टोक के अपना काम कर रहे हैं। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि अपराधियों पर कार्रवाई करने के बजाय, पुलिस अधिकारियों को उन जिलों में पोस्टिंग दी जा रही है जहां अपराध दर अधिक है, ताकि वे लंबे समय तक वहां रहकर लाभ कमा सकें।
पटना में अपराध की भयावह स्थिति
तेजस्वी यादव ने विशेष रूप से पटना शहर के आंकड़ों का जिक्र किया। उनके मुताबिक, पुलिस द्वारा जारी किए गए पटना शहर के आंकड़े भी अत्यंत चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों में केवल पटना शहर के अपराधों का जिक्र है, जबकि सच्चाई इससे भी अधिक भयावह हो सकती है। उन्होंने दावा किया कि राज्य के अन्य हिस्सों में अपराध का स्तर और भी ज्यादा हो सकता है, जिसका सही अंदाजा इन आंकड़ों से नहीं लगाया जा सकता।
डबल इंजन सरकार पर सवाल
तेजस्वी यादव ने “डबल इंजन सरकार” को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने पूछा कि आखिर क्यों केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा और जदयू की सरकार होने के बावजूद बिहार में कानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी दयनीय हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपराधियों को नियंत्रित करने में पूरी तरह असफल हो रही है और जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।
तेजस्वी के आरोप और बिहार की राजनीतिक स्थिति
तेजस्वी यादव का यह हमला बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ पर आया है, जब राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद से विभिन्न मुद्दों को लेकर राजनीतिक दल एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। तेजस्वी यादव, जो खुद बिहार की सत्ता में साझीदार हैं, ने अपने इस बयान के जरिए न केवल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बल्कि भाजपा और केंद्र सरकार पर भी सवाल उठाए हैं। बिहार में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर तेजस्वी यादव का यह बयान राज्य की डबल इंजन सरकार के लिए एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए राज्य की जनता का ध्यान इस ओर आकर्षित करने का प्रयास किया है कि सरकार राज्य में अपराध को नियंत्रित करने में असमर्थ है। तेजस्वी के इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है और आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी गंभीर हो सकता है।