बेतिया में तीन दिनों में 6 की संदिग्ध मौत, परिजनों ने बताई जहरीली शराब की आशंका, जांच को गांव पहुंची टीम

बेतिया। बिहार के बेतिया जिले में 3 दिनों में 6 लोगों की संदिग्ध मौत हुई है। लौरिया थाना क्षेत्र के मठिया गांव में ये मौतें हुई हैं। परिजनों का कहना है ‘जिनकी मौत हुई वो शराब पीने के आदी थे।’ एक मृतक के भाई ने बताया ‘सुबह उसने शराब पी थी, देर शाम उसकी तबीयत बिगड़ी और इलाज के लिए ले जाने पर मौत हो गई। परिजनों ने मृतकों का दाह-संस्कार भी कर दिया है। मठिया गांव में शराब के पाउच भी बिखरे पड़े मिले हैं, जो इस बात की तस्दीक करते हैं कि यहां शराब की खरीद-बिक्री हुई होगी। इधर संदिग्ध मौत के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आई। एसपी डॉ शौर्य सुमन और प्रभारी जिला अधिकारी सुमित कुमार ने रविवार देर रात गांव का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया है। फिलहाल प्रशासन शराब से मौत से इनकार कर रहा है। प्रशासन का कहना है ‘जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का खुलासा हो पाएगा। पूरे मामले की जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम बनाई गई है। साथ ही 10 सदस्यीय मेडिकल टीम को गांव में तैनात किया गया है।’
जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम बनी
एसपी और डीएम के आदेश के बाद 4 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया गया है। इसमें नरकटियागंज एसडीए, एसडीपीओ, सिविल सर्जन और उत्पाद अधीक्षक शामिल हैं। प्रभारी डीएम सुमित कुमार ने बताया कि ‘मामले की गंभीरता को देखते हुए आसपास के गांवों में भी जांच की जा रही है। ग्रामीणों से अपील की है कि अगर किसी में कोई भी संदिग्ध लक्षण दिखे तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें, ताकि समय पर इलाज किया जा सके। मामले को लेकर एसपी डॉ शौर्य सुमन ने कहा, ‘फिलहाल जो जानकारी मिली है उसमें यही पता चला है कि सभी लोगों की मौत अलग-अलग समय और स्थानों पर हुई है। शराब से जुड़े कनेक्शन की जांच के लिए उत्पाद अधीक्षक को भी टीम में शामिल किया है, जो क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री और निर्माण की जांच करेंगे। जांच टीम 24 घंटे बाद अपनी रिपोर्ट जाम करेगी। इसके बाद ही कुछ पक्के तौर पर पता चल सकेगा।’ सिविल सर्जन डॉ.मुल्ताजा अंसारी ने बताया जितनी मौत हुई है, उनमें 2-3 केस में हिस्ट्री है कि वो लोग दारू बहुत ज्यादा पीते थे। गंजा भी पीते थे। जैसा घरवालों ने बताया कि रोकते थे तो सुबह-सुबह पी लेते थे।
परिजन शराब और गांजा पीने से मौत होने की जता रहे आशंका
मृतकों के परिजन ने कहा, ‘रामेश्वर साह के बेटे नंदधुतन प्रसाद उर्फ प्रदीप गुप्ता की मौत 16 जनवरी की रात 2 बजे हुई।’ उसके बड़े भाई दीपक गुप्ता ने बताया कि मेरा भाई शराब का आदी था। 16 जनवरी की सुबह भी उसने दारू पी थी। दिन भर ठीक था। गांव में घूम रहा था। शाम में तबीयत बिगड़ी। मुंह से झाग आने लगा। हमलोग लौरिया लेकर गए। वहां से रेफर किया गया, हॉस्पिटल ले जा रहे थे तो उसकी मौत हो गई। ग्रामीणों की माने तो मौत के पीछे अलग-अलग कारण बताए जा रहे हैं। कुछ परिजनों ने अधिक शराब और गांजा पीने से मौत होना बताया है।कुछ मृतकों के परिवार ने दमा, लकवा, और ठंड से मौत की आशंका जताई है। वहीं, पुलिस ठंड और बीमारी से मौत की बात कह रही है। 6 लोगों की मौत पर सियासत भी गरमाने लगी है। बेतिया में माले विधायक विरेन्द्र गुप्ता ने कहा कि ‘जिला प्रशासन और पुलिस से यहां के लोग डरे हुए है। शराब पीने से मौत का मामला है, लेकिन कोई कुछ भी बताने को तैयार नहीं है। डबल इंजन की सरकार में लोगों को डराया जा रहा है। वहीं राजद के प्रदेश महासचिव मुकेश यादव ने कहा, ‘सीएस ने जांच के बाद ही मौत का खुलासा कर दिया था। उन्होंने शराब से मौत होने की बात कही थी। इसके बाद भी जिला प्रशासन मामले को दबाने में लगा हुआ है।’

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