आध्यात्मिकता से ही सामाजिक सरोकार और संस्कार की बनती है मजबूत बुनियाद : तारकिशोर प्रसाद

पटना। प्रजापति ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में राजधानी पटना के कंकड़बाग में आयोजित 86वीं त्रिमूर्ति महाशिवरात्रि शोभायात्रा के अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि सामाजिक सरोकार और संस्कार की मजबूत बुनियाद बनाने में आध्यात्मिक केंद्रों की बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि जीवन की सार्थकता सिद्ध करना ही मानव जीवन का उद्देश्य होना चाहिए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शिव स्वरूप की विराटता समग्र विश्व और ब्रह्मांड के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। भारत देवभूमि है। भारत देश को हम माता स्वरूपा मानते हैं। उन्होंने कहा कि जिस जननी ने हमें जन्म दिया, हमें उस जन्म को सार्थक बनाना है। परहित के प्रति अपने को समर्पित करना ही आध्यात्म है। उन्होंने कहा कि हम आजादी के अमृत महोत्सव को मना रहे हैं। हमारा स्वर्णिम भारत आगामी आजादी के 100 साल का कैसा हो, इसके लिए हमें आगामी पीढ़ी को ऊर्जान्वित करना है। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय इस दिशा में देश-विदेश में फैले अपने आध्यात्मिक केंद्रों के माध्यम से विश्व शांति का संदेश दे रहे हैं, जो अत्यंत सराहनीय है।
इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी संगीता दीदी ने कहा कि विश्व के 140 देशों में 8,500 से ज्यादा सेवा केंद्रों के माध्यम से लाखों भाई-बहनें प्रजापिता ब्रह्मा बाबा के पद-चिन्हों पर चलकर अपने जीवन को सुख-शांति संपन्न बनाकर विश्व-शांति का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।
कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी संगीता, मंच संचालिका ब्रह्माकुमारी ज्योति, सहयोगी ब्रह्मा कुमार सत्येंद्र, सरोज ब्रह्माकुमारी अनिता सहित काफी संख्या में संस्थान से जुड़े अन्य सहयोगी, स्वयंसेवक एवं आध्यात्मिक चेतना के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव से संबंधित अभियान गीत एवं महाशिवरात्रि गीत की मनमोहक प्रस्तुति दी गई।

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