सरकारी स्कूलों में नगर निगम जल्द शुरू करेगा स्मार्ट क्लास, शुरुआत में 50 स्कूलों में होगी पढ़ाई
पटना। सरकारी स्कूलों में भी बच्चों को स्कूल में प्राइवेट वाली फैसिलिटी मिलेगी। पटना नगर निगम की ओर से ‘स्मार्ट क्लास’ खोला जा रहा है। जल्द ही इसकी शुरुआत की जाएगी। इसको लेकर 2 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। पटना नगर निगम सशक्त स्थाई समिति के सदस्य इंद्रदीप कुमार चंद्रवंशी ने कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चे 5-6 क्लास में जाते हैं, तब जाकर कंप्यूटर का माउस पकड़ते हैं। वहीं, अगर बड़े स्कूलों के बच्चे हैं, तो वह 1-2 क्लास से ही माउस पकड़ना सिख जाते हैं। इस बड़े गैप के कारण सरकारी स्कूलों के बच्चों के साथ काफी नाइंसाफी हो रही है। इसे ही पाटने के लिए निगम ने स्मार्ट क्लास का प्रोविजन रखा है। आज के कंपटीशन के जमाने में बिहार के सरकारी स्कूलों के बच्चे पीछे ना रह जाए इसके लिए यह प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षा विभाग अपने स्तर से तो काम कर ही रहा है। लेकिन, पटना नगर निगम का भी इस दिशा में काम करने का अपना दायित्व है। निगम की ओर से स्मार्ट क्लास के लिए बजटीय प्रोविजन हो गया है। 2 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। जरूरत पड़ने पर यह राशि बढ़ाई जाएगी। इस स्मार्ट क्लास के लिए निगम शिक्षा विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेगा। इसके लिए सरकारी स्कूलों में ही एक कमरा लिया जाएगा। इस कमरे में सभी डिवाइस और इक्विपमेंट्स जैसे मॉनिटर, माउस, सीपीयू, आदि चीजें उपलब्ध कराई जाएगी। शुरुआत में लगभग 50 स्कूलों को कवर करने का लक्ष्य है। उन्होंने आगे कहा कि स्मार्ट क्लासेस तो बन जाते हैं, लेकिन उसे पढ़ाने के लिए वैसे टीचर्स की दिक्कत हो जाती है। इसलिए स्किल डेवलपमेंट के लिए टीचर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि वह स्मार्ट क्लासेस में टॉपिक को अच्छी तरह से पढ़ा सके और बच्चों को स्मार्ट क्लासेस का लाभ दिला सके।