पश्चिम बंगाल में दो समुदायों में झड़प के बाद कोलकाता में धारा 144 लागू, 41 गिरफ्तार

मोमिनपुर। पश्चिम बंगाल में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद कोलकाता के मोमिनपुर क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। पुलिस की टीमें तैनात हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में 41 लोगों को गिरफ्तार किया है। झड़प में कई लोग घायल हो गए। 6 दुकानों में तोड़फोड़ की गई जिनमें से 2 में आग लगा दी गई। बताया जा रहा है कि भीड़ ने 6 कारों और बाइक्स को भी नुकसान पहुंचाया है। कुछ घरों में तोड़फोड़ और ईंट-पत्थर फेंके जाने की खबरें भी सामने आई हैं। हिंसा में 7 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। झड़प को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच वाकयुद्ध शुरू हो गया है। भाजपा का दावा है कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो गई है, जिस पर सत्तारूढ़ दल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। तृणमूल ने आरोप लगाया कि भाजपा राज्य का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।
झड़प को लेकर राजनीति गरमाई
प्रदेश भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार ने क्षेत्र में जाने की कोशिश की लेकिन उन्हें उत्तर कोलकाता के चिन्ग्रिघाट इलाके में रोक लिया गया। इलाके में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधात्मक आदेश लागू होने के चलते उनसे वापस जाने को कहा गया। सीनियर पुलिस अफसर ने कहा कि उन्हें समझाया गया कि वहां निषेधात्मक आदेश लागू हैं, लेकिन वह वहां जाने पर अड़े रहे। उन्होंने बताया, ‘सुकांत मजूमदार को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें लालबाजार पुलिस मुख्यालय लाया गया। विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्विटर पर कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्यपाल एल गणेशन को पत्र लिखा है। इसमें अपील की गई है कि बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति के हाथ से निकलने से पहले मोमीनपुर हिंसा और इकबालपुर थाने में तोड़फोड़ के मद्देनजर प्रभावित इलाके में केंद्रीय बलों की तत्काल तैनाती की जाए।
टीएमसी और भाजपा नेताओं में जुबानी जंग
भाजपा पर राज्य का माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए तृणमूल के वरिष्ठ नेता सौगत राय ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने सभी जरूरी कदम उठाए। राय ने कहा, ‘उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुकांत मजूमदार वहां जाकर घृणा भरे भाषण देने के अलावा क्या करेंगे। भाजपा राज्य के माहौल को खराब करने की कोशिश कर रही है। भाजपा को हर घटना का राजनीतिकरण करना बंद करना चाहिए। अधिकारी ने मजूमदार की गिरफ्तारी के खिलाफ भाजपा का विरोध दर्ज कराने के लिए पश्चिम बंगाल विधानसभा से राजभवन तक मार्च निकाला। अधिकारी ने कहा, ‘हम अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राज्यपाल के पास आए थे। मुख्य विपक्षी दल के प्रदेश अध्यक्ष के साथ व्यवहार करने का यह तरीका है? राज्य सरकार स्थिति को नियंत्रित करने में पूरी तरह विफल रही है।’

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