राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सिंह का अंतिम संस्कार, सीएम-डिप्टी सीएम व विधानसभाध्यक्ष ने पुष्प-चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि

पटना। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्व. सदानंद सिंह का पार्थिव शरीर बिहार विधानसभा लाया गया, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी और दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने स्व. सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश से दूरभाष पर वार्ता कर उन्हें सांत्वना भी दी। सदानंद सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा। वहीं स्व. सदानंद सिंह के पार्थिव शरीर पर उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद, बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, राज्य सरकार के मंत्री, विधायक, विधान पार्षदगण सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी।


श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि सदानंद बाबू के निधन से हमलोग बहुत दुखी हैं। वे एक लोकप्रिय नेता रहे हैं। बिहार विधानसभा के अध्यक्ष, बिहार सरकार में मंत्री रहे हैं साथ ही विधानसभा के 9 बार सदस्य भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनका सभी से मित्रवत व्यवहार था। हमलोगों का भी उनसे बहुत पहले से संबंध रहा है। उनकी उम्र भी ज्यादा नहीं थी, बीमारी के कारण उनका निधन हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब वो बीमार पड़े थे तो उनके पुत्र से बातचीत भी हुई थी। वे दिल्ली से लौटकर आए तो यहां भी उनका इलाज चल रहा था। आज अचानक उनका निधन हो गया है, इससे हम सब लोगों को बहुत दुख हुआ है। उनके पुत्र से भी हमने बातचीत की है। वे बहुत ही लोकप्रिय नेता रहे हैं, हमलोगों के मन में उनके प्रति श्रद्धा का भाव है। हमलोग सभी उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, उनके प्रति आदर का भाव रखते हैं। राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार होगा।
केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की
उधर, केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष सदानंद सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अपने शोक संदेश में कहा कि पूर्व मंत्री श्री सिंह के निधन से मर्माहत हूं। वे लोकप्रिय जन नेता थे। उनके निधन से बिहार की राजनीति में शून्यता आ गई है। उनसे अक्सर सामाजिक एवं विकास के मुद्दे पर चर्चा होती रहती थी। उनसे पारिवारिक संबंध था। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिजनों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।

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