पटना में कचरा में फेंके गए प्लास्टिक से बनेगी कुर्सियां, लगेंगे 12 वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट

पटना। कचरा में फेंके गए प्लास्टिक को ठिकाने लगाना एक बड़ी चुनौती और समस्या है। समस्या इसलिए क्योंकि प्लास्टिक जल्दी नष्ट नहीं होता। इसे जलाने पर प्रदूषण फैलता है और इसका पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। पर्यावरण संतुलन के लिए प्लास्टिक काफी खतरनाक है। इतना ही नहीं, प्लास्टिक कचरा खेतों के लिए भी हानिकारक है। जल निकासी में भी सबसे बड़ा बाधक प्लास्टिक कचरा ही बनता है। लेकिन अब कचरे में फेंका गया प्लास्टिक समस्या नहीं बनेगा। प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के तहत अब राजधानी में कचरे से प्लास्टिक अलग कर रिसाइकल होंगे। प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कचरे में फेंके गए प्लास्टिक को रिसाइकल कर कुर्सियां बनाई जाएगी। इसके अलावा यह सड़क निर्माण में भी काम आएगा। सीमेंट उद्योग में भी इसका इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट लगाई जा रही है। इसकी शुरुआत दानापुर से होगी। बताते चलें कि बहुत जल्द अन्य प्रखंडों में भी ऐसे यूनिट स्थापित किए जाएंगे।
पटना में लगेंगी 12 वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट
पटना के उपविकास आयुक्त तनय सुल्तानिया ने बताया कि गावों में कचरा संग्रहण के लिए ई-रिक्शा और डस्टबिन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि कुल 12 वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट लगाए जाने हैं। तत्काल दानापुर के लिए पैसा आवंटित कर दिया गया है, जिसका काम जनवरी माह से ही शुरू होने की उम्मीद है।

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