PATNA : नए साल में पटना मेट्रो का काम होगा तेज, फरवरी से शुरू होगा अंडरपास स्टेशन और नेटवर्क का निर्माण

पटना। बिहार के ड्रीम प्रोजेक्ट माने जाने वाले पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए साल 2022 काफी कारगर साबित होने जा रहा है। बता दें कि इस साल के शुरुआत में पटना मेट्रो कॉरपोरेशन ने राजधानी पटना के लोगों को एक अच्छी खबर दी है। बताया जा रहा है कि नए साल में पटना मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तेज गति से होगा और इसके लिए सभी जरूरी निर्माण की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। दरअसल फरवरी महीने से पटना मेट्रो प्रोजेक्ट के अंडरग्राउंड स्टेशनों और बाकी जरूरी चीजों पर काम शुरू होने जा रहा है। पटना मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-1 पर सुरंगों, 6 अंडरग्राउंड स्टेशनों-नेटवर्क, सात एलिवेटेड स्टेशनों के निर्माण का काम जल्द शुरू होगा। इसके लिए पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के तकनीकी सलाहकार, दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड ने 29 दिसंबर को दोनों कंपनियों को स्वीकृति पत्र जारी किया है। जिसके बाद नेटवर्क और स्टेशनों दोनों पर काम फरवरी 2022 में शुरू होने की संभावना है।

जानकारी के अनुसार, PMRC को जनवरी के अंत तक जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी से ऋण मिल सकता है। नेटवर्क और स्टेशनों दोनों पर काम फरवरी 2022 में शुरू होने की संभावना है। क्योंकि PMRC को जनवरी के अंत तक जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी (JICA) से ऋण मिलने की संभवना जताई जा रही हैं। नेटवर्क और स्टेशनों दोनों पर काम फरवरी 2022 में शुरू होने की संभावना है। जानकारी के अनुसार, इसके तहत आकाशवाणी से राजेंद्र नगर तक 7.9 किलोमीटर लंबे छह अंडरग्राउंड स्टेशन, अंडरग्राउंड रैंप और ट्विन टनल का निर्माण 1,989 करोड़ रुपये से किया जाएगा।

इसके साथ साथ कॉरिडोर II पर भूमिगत निर्माण कार्य में जुड़वां सुरंगों का डिजाइन और निर्माण, राजेंद्र नगर में भूमिगत रैंप और राजेंद्र नगर विनिमेय स्टेशन, मोइनुल हक स्टेडियम , पटना विश्वविद्यालय, पीएमसीएच, गांधी मैदान और आकाशवाणी में छह भूमिगत मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। जबकि एक अन्य कंपनी वाईएफसी-एमसीएल जेवी, को मीठापुर और पाटलिपुत्र और सात स्टेशनों पर एलिवेटेड वायडक्ट, एलिवेटेड रैंप का डिजाइन और निर्माण करना होगा। एलिवेटेड स्टेशन दानापुर, सगुना मोड़ , आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रामकृष्ण नगर में निर्धारित हैं। 7.39 किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर काम कर रही हैं, जिसकी लागत 553 करोड़ रुपये है। मलाही पकरी से भूतनाथ रोड तक 112 पिलर बनाए गए हैं, जबकि कॉरिडोर II के लिए एलिवेटेड नेटवर्क के लिए कुल 210 पिलर बनाए जाएंगे। वही जीरो माइल से आईएसबीटी तक पाइलिंग का काम भी शुरू हो गया है। पटना आईएसबीटी मेट्रो डिपो और आईएसबीटी स्टेशन के लिए रानीपुर और पहाड़ी में 76 एकड़ जमीन के अधिग्रहण की प्रक्रिया जारी है।

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