जिले में पतलुका मध्य विद्यालय का शिक्षा एक्सप्रेस बना चर्चा का केंद्र

जल-जीवन हरियाली व शिक्षा का अलग संदेश दे रहा विद्यालय
विद्यालय पूरी तरह से सीसीटीवी की निगरानी में
तिलौथू(रोहतास)/केवल कुमार। सूबे के कई विद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में व्यवसायिक का केंद्र बच चुका है वहीं रोहतास जिले के डेहरी अनुमंडल अंतर्गत तिलौथू प्रखंड में स्थित पतलुका मध्य विद्यालय की अपनी अलग पहचान के साथ पूरे जिले में शिक्षा एक्सप्रेस के कारण लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना हुआ है। प्रख्संड में शिक्षा व्यवस्था को लेकर जब संवाददाता ने क्षेत्रों का भ्रमण किया तो उन्होंने पाया कि बिहार में सरकारी स्कूलों की क्या स्थिति है यह किसी से छीपी नहीं है इसके बारे में सभी लोग जानते हैं वहीं सरकारी स्कूलों की बदहाली से पूरा जिला वाकिफ है। ऐसे में जिले के तिलौथू प्रखंड का पतलुका मध्य विद्यालय निजी स्कूलों को अपनी अच्छी पढ़ाई और कुशल अनुशासन के सहारे सभी को मात कर रखा है। जहां विद्यालय में पढ़ाई करने वाले प्रत्येक रूम में सीसीटीवी लगे हैं। इस बाबत आगे बताया गया कि जिले के तिलौथू प्रखंड के पतलुका मध्य विद्यालय की तस्वीर बिल्कुल हैरान करने वाली है। जहां निजी स्कूलों में जो सुविधाएं मिलती है, वह सारी सुविधाएं इस मध्य विद्यालय में भी बच्चों को मिल रही है। बच्चों को सरकारी स्कूल की तरफ आकर्षित करने के उद्देश्य से स्कूल को रेल का रूप दिया गया और उसके प्रत्येक बोगी पर स्लोगन लिखा गया ताकि बच्चों को उस स्लोगन से एक मैसेज दिया जा सके कि शिक्षा एक्सप्रेस में चलती है। वहीं वर्ग पांच की डब्बे वाली इस ट्रेन रूपी स्कूल के सभी डब्बों में एक-एक कक्षा संचालित होती है और डब्बों पर स्कूल के कोड को दर्शाया गया है। इसके साथ प्रत्येक क्लास रुम के अंदर बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी खूबसूरत पेंटिंग के साथ बच्चों को लिखने के लिये दीवार पर कई ब्लैक बोर्ड भी बनी है जिस पर बच्चे पढ़ाई करने के बाद लिखने का काम भी करते हैं। यह विद्यालय किसी पार्क से कम नहीं है। इस विद्यालय की एक यह भी खासियत है कि किसी भी छात्र-छात्राओं के जन्मदिन के अवसर पर विद्यालय परिसर में पूरे विद्यालय परिवार बच्चे के साथ पौधारोपण का कार्य करते हैं। जिस कारण विद्यालय पूरे फूल-पतियों एवं पौधों से दुल्हन की तरह सजी-सजी नजर आती है और पूरे विद्यालय परिसर में सिर्फ पेंड हीं पेंड़ दिखाई पड़ी है। इतना ही नहीं यह विद्यालय पूरी तरह से सीसीटीवी की निगरानी में विद्यालय के प्रत्येक कमरा सीसीटीवी से लैस हैं। स्कूल में चल रहे गतिविधियों पर पैनी नजर लिहाज से प्रिंसिपल बच्चों और शिक्षकों पर ध्यान देते रहते हैं। इस बाबत विद्यालय के प्राचार्य ने बताया कि गांव वालों के जिद्द से इस स्कूल में सीसीटीवी लगाये गये। सीसीटीवी लगाने के पीछे का सबसे अहम मकसद थी स्कूल में चल रहे प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखना। स्कूल का रिकॉर्ड इतना बेहतर है कि अधिकारियों को भी इस पर पूरा भरोसा रहता है। इस बाबत दन्होंने बताया कि आमतौर पर देखा जाता है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई न के बराबर ही होती है लेकिन पतलूका का यह मध्य विद्यालय लोगों के बीच एक अलग ही पहचान बना चुकी है। वहीं शिक्षा एक्सप्रेस के अलग अंदाज के कारण पतलूका मध्य विद्यालय प्रखंड के अन्य शिक्षकों और विद्यालय प्रबंधकों के बीच चर्चा की विषय बन चुकी है। विद्यालय के प्राचार्य अनिल सिंह ने कहा कि विद्यालय में साफ-सफाई के साथ पर्यावरण से जुड़ाव के कारण ही यह विद्यालय पूरे क्षेत्र में एक अलग पहचान रखती है। इसी पहचान के मद्देनजर जिले के वन विभाग द्वारा वन महोत्सव मनाया गया। जिसमें जिलाधिकारी व डीएफओ सहित रेंजर व वरीय पदाधिकारियों का आगमन हुआ। जिसमें जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग व वीडिओ, सीओ सहित सभी अधिकारियों को इस विद्यालय की बाउंड्री वाल व जमीन पर किये गये अतिक्रमण को मुक्त कराने की बात शीघ्रतापूर्वक कहीं इस काम में सभी अधिकारी तत्परता से लग चुके हैं।

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