एनडीए की सीट शेयरिंग को पशुपति पारस ने दिया झटका, हाजीपुर लड़ने का किया ऐलान

  • पारस बोले- हमें हाजीपुर समेत 5 सीटें मिले नहीं तो हमारे लिए कई दरवाजे खुले हैं

पटना। एनडीए ने बिहार में आगामी चुनाव के लिए सीट शेयरिंग की तैयारी पूरी कर ली हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बिहार के मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हरी झंडी प्रदान कर दिया। सीट शेयरिंग में खबर सामने निकल कर आ रही है उसके अनुसार लोकसभा चुनाव में बिहार से 17 सीटों पर भाजपा, 16 पर जदयू, चिराग की पार्टी लोजपा (रा) चार से पांच सीट वहीं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी और जीतनराम मांझी की पार्टी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ने तैयारी कर रही है। हालांकि अभी तक इसको लेकर किसी भी प्रकार की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है लेकिन बिहार के सियासी गलियारों में चल रही खबरों के मुताबिक ऐसा माना जा रहा है की सीट शेयरिंग का फार्मूला तय कर लिया गया है और इसी फॉर्मूले पर बिहार में एनडीए गठबंधन लोकसभा चुनाव लड़ेगा। इसी बीच राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी जिसे बिहार में सीट शेयरिंग से बाहर रखा गया है। उसके अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान कर दिया जिसके बाद अब एक बार फिर एनडीए के अंदर सीट शेयरिंग का मामला फसता नजर आ रहा है। जानकारी के मुताबिक देश की राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में पारस की पार्टी ने अपनी संसदीय बोर्ड की बैठक शुक्रवार को आयोजित की और इस बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया। जानकारी के मुताबिक बैठक में नेताओं से बातचीत और विचार विमर्श के बाद पशुपति कुमार पारस ने बड़ा ऐलान किया। केंद्रीय मंत्री ने ऐलान करते हुए कहा कि हाजीपुर उनकी सीटिंग सीट है वह हाजीपुर से चुनाव लड़के ही लोकसभा पहुंचे हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव में भी वह हाजीपुर से ही चुनाव लड़ेंगे। हमें किसी भी तरह से हाजीपुर सीट से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं। हम पूरी मजबूती के साथ देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के साथ है लेकिन हाजीपुर सीट हमारी है और हमारी पार्टी से ही हाजीपुर सीट पर चुनाव लड़ा जाएगा।
हमारी पार्टी को 5 सीट मिले नहीं तो हमारे लिए कई और रास्ते खुले हैं
पशुपति कुमार पारस ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध करती है कि जिन 5 लोकसभा सीटों पर हमारी पार्टी के सांसद हैं, वे सीटें हमें दी जाएं। लेकिन अगर सीट नहीं मिली तो हमारे रास्ते खुले हैं। अगर उचित सम्मान नहीं मिला तो हमारे पास अन्य विकल्प रहेगा। हम कहीं भी जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हम बिहार के लिए एनडीए के लोकसभा उम्मीदवारों की सूची का इंतजार कर रहे हैं। अगर हमें हमारी सीटें नहीं दी गई तो हम अन्य रास्ता पकड़ सकते हैं। इसके पहले पशुपति पारस ने अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक की। इसमें पारस के अलावा प्रिंस पासवान और सूरजभान सिंह मौजूद रहे।
हम गठबंधन धर्म निभा रहे, लेकिन हमें भी सम्मान मिलना चाहिए
बैठक के बाद पारस ने अपनी आगे की रणनीति को लेकर साफ कहा कि उन्हें अगर एनडीए में उचित सम्मान नहीं मिलेगा तो वे अन्य विकल्प तलाश सकते हैं। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि वे एनडीए छोड़ते हैं तो कांग्रेस-राजद के साथ जायेंगे या नहीं। वहीं हाजीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने पर पशुपति पारस ने साफ कहा कि वे हर हालत में हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे। साथ ही हमारे तीनों सांसद (पशुपति पारस, प्रिंस पासवान, चंदन सिंह) भी चुनाव लड़ेंगे। दो दिन पहले ही पशुपति पारस के भतीजे चिराग पासवान की भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई थी। इसमें चिराग की पार्टी लोजपा (रामविलास) को बिहार में 5 लोकसभा सीटें देने पर सहमति बनने की बातें सामने आई। साथ ही हाजीपुर सीट भी चिराग को दी जाएगी। चिराग और भाजपा में हुई सेटिंग से पशुपति पारस को बड़ा झटका लगा क्योंकि पशुपति पारस को एनडीए में एक भी सीट नहीं देने की बातें कही जा रही है।
महागठबंधन में जा सकते हैं पशुपति पारस
पशुपति पारस को लेकर कहा जा रहा है कि अगर एनडीए के साथ उनकी सुलभ नहीं होती है तो वे कांग्रेस-राजद के साथ महागठबंधन में जा सकते हैं। बिहार में पासवान वोटों पर कांग्रेस-राजद की नजर है। ऐसे में पशुपति पारस के साथ आने से पासवान वोटों में सेंधमारी हो सकती है। वही इसके पहले पशुपति पारस ने अपने सहयोगी सांसदों की बैठक बुलाई। इसके पहले पशुपति पारस गुट के दो सांसद वीणा देवी और महबूब अली कैसर ने बड़ा झटका दिया और चिराग के साथ हो लिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी की तरफ से जबतक सीटों को लेकर विदिवत एलान नहीं किया जाता है और उम्मीदवारों की लिस्ट जारी नहीं की जाती है तबतक हमलोग इंतजार करेंगे। यदि हमलोगों को उचित सम्मान नहीं दिया गया तो हमारी पार्टी और हमलोग स्वतंत्र हैं। सभी दरवाजे खुले हुए हैं कहीं भी जाकर हमलोग चुनाव लड़ेंगे।

About Post Author

You may have missed