महागठबंधन में सीट शेयरिंग के बाद पप्पू यादव ने की बगावत; 4 अप्रैल को पूर्णिया से करेंगे नामांकन, लड़ेंगे चुनाव

पटना। बिहार में इंडिया गठबंधन में सीट बटवारा शुक्रवार को हो गया। राजद कार्यालय में महागठबंधन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीट बंटवारे की जानकारी दी गई। सीट बंटवारे से या साफ हो गया कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार में इंडिया गठबंधन को राष्ट्रीय जनता दल लीड करेगा और कांग्रेस सहायक की भूमिका में होगी। वही सीट बंटवारे के बाद अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर चुके पप्पू यादव को निराशा हाथ लगी क्योंकि पूर्णिया सीट पर दावा करने वाले पप्पू यादव के हाथ से पूर्णिया और मधेपुरा दोनों सीट निकलकर राजद के हाथों में चली गई। इसके बाद अब पप्पू यादव ने बगावत का ऐलान कर दिया है। पूर्णिया की सीट राजद के खाते में जाने से खफा पप्पू यादव ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि वे पूर्णिया से फ्रेंडली फाइट करेंगे। हालांकि सीधे तौर पर पूर्णिया से चुनाव लड़ने के सवाल को पूरी तरह टाल गए। पप्पू यादव ने कहा कि उनका सपना बिहार के सभी 40 सीट पर कांग्रेस का झंडा बुलंद करना है और राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनते देखना है। 4 अप्रैल को पप्पू पूर्णिया से कांग्रेस के सिंबल पर नामांकन करेंगे। पप्पू यादव ने कहा कि मेरा संकल्प जनता की भावनाओं के साथ खड़े रहना। राहुल गांधी को इस देश का प्रधानमंत्री बनाना। दूसरा संकल्प है सीमांचल की जनता अपने कांग्रेस के झंडा से प्यार करती है और सीमांचल में कांग्रेस के झंडा को स्थापित करना मेरा पहला कर्तव्य है। हर परिस्थिति में पूर्णिया में कांग्रेस की जीत होगी। कांग्रेस का झंडा ही पूर्णिया में रहेगा। मेरे जीवन के मरने-जीने का एक ही संकल्प है कि कांग्रेस के नेतृत्व में बिहार के 40 सीट खड़ा करना। इसलिए कांग्रेस के झंडा से ना मुझे कोई अलग कर सकता है और ना ही मैं अलग होऊंगा।
राजद के खाते में गई पूर्णिया सीट
महागठबंधन में सीट शेयरिंग की घोषणा हुई है। राजद 26 सीटों पर लड़ रही है, जिसमें पूर्णिया सीट भी है। राजद ने इस सीट पर जेडीयू छोड़कर आरजेडी में शामिल हुईं बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया है।
सीमांचल कोसी जीतकर कांग्रेस का झंडा बुलंद करेंगे
पूर्णिया को लेकर बीमा आश्वस्त थीं तो पप्पू दावा ठोक रहे थे। दिलचस्प बात ये है कि राजद अध्यक्ष लालू यादव की ओर से उन्हें मधेपुरा ऑफर की गई थी जिस पर लड़ने से इनकार कर दिया था। जो सूची आई है इसमें वो सीट भी कांग्रेस के हाथ नहीं लगी। इस सबके बीच सोशल मीडिया पर पप्पू ने पोस्ट डाला जिसमें सीमांचल कोसी जीतकर कांग्रेस का झंडा बुलंद करने की बात है। ऐसा पहले भी हुआ है। सीवान सीट पर 2019 में राजद और भाकपा माले ने अपने उम्मीदवार उतार दिए थे। इसमें बात सिर्फ एक ही है कि महागठबंधन धर्म की पालन कांग्रेस करेगी तो ऐसा नहीं हो पाएगा। हालांकि पप्पू यादव ने संकेत के जरिए एक संदेश तो दिया है पर इस पर खुलकर कोई कुछ बोल नहीं रहा है। दूसरा ऑप्शन इंडिपेंडेंट चुनाव लड़ने का हो सकता है। वो भी उस दशा में जब उन्हें कांग्रेस का साथ न मिले। उनकी जिद्द भी अहम है जिसमें उन्होंने कहा था मर जाऊंगा लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ूंगा। अब ये साफ हो गया है कि पप्पू यादव इस चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवार नहीं होंगे। हालांकि सीट शेयरिंग की घोषणा के बाद उन्होंने इस बात के संकेत दिए हैं कि कांग्रेस उन्हें पूर्णिया से अपना उम्मीदवार बना सकती है। सीट शेयरिंग के तुरंत बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि सीमांचल-कोसी जीतकर देश में कांग्रेस की सरकार बनाएंगे। पूर्णिया में कांग्रेस का झंडा लहराएंगे, राहुल गांधी जी को प्रधानमंत्री बनाएंगे।
बीमा भारती से होगा दोस्ताना मुकाबला
सीट बंटवारे में पूर्णिया आरजेडी के खाते में गई है। लालू यादव की पार्टी ने जेडीयू छोड़कर आईं विधायक बीमा भारती को यहां से प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, इस मुद्दे पर अभी कांग्रेस आलाकमान की ओर से कोई बयान नहीं आया है। माना जा रहा है कि अगर कांग्रेस नेतृत्व पप्पू यादव को पार्टी का सिंबल नहीं देता है तो वे निर्दलीय भी लोकसभा चुनाव में ताल ठोक सकते हैं। ऐसे में आरजेडी की बीमा भारती से उनका दोस्ताना मुकाबला हो सकता है। महागठबंधन के तहत पूर्णिया सीट कांग्रेस को नहीं मिली। यहां से आरजेडी ने बीमा भारती का उम्मीदवार बनाया है। अपनी जन अधिकार पार्टी को कांग्रेस में विलय करने के बाद पप्पू यादव पूर्णिया से महागठबंधन के तहत पूर्णिया से कांग्रेस प्रत्याशी बनने की उम्मीद कर रहे थे। सीट कांग्रेस को भले न मिली हो, लेकिन पप्पू यादव ने पूर्णिया सीट पर अपना दावा ठोका है। पप्पू यादव ने शुक्रवार को कहा है कि वह पूर्णिया में कांग्रेस का झंडा फहराएंगे। 4 अप्रैल को यहां से लोकसभा चुनाव के लिए वे नामांकन करेंगे।

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