संसद भवन के उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करने वाला विपक्ष मानसिक दिवालियापन का शिकार : उपेंद्र कुशवाहा

पटना। देश में 28 मई को प्रधानमंत्री मोदी देश के नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। हालांकि उद्घाटन से पहले ही देश में संसद भवन को लेकर राजनीति काफी तेज हो गई है। राष्ट्रपति के बजाय प्रधानमंत्री के उद्घाटन करने पर देश के 19 विपक्षी दलों ने साझा बयान जारी करके कहा है कि हम लोग इसके विरोध में उद्घाटन समारोह का बहिष्कार करेंगे। वही अब इसी मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार में नीतीश कुमार के पुराने साथी रहे उपेंद्र कुशवाहा ने उद्घाटन समारोह के बहिष्कार पर विपक्षी दलों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि विपक्षी पार्टियों के द्वारा नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर बेवजह का विरोध जताया जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए संसद भवन के उद्घाटन का विभिन्न विपक्षी दलों द्वारा विरोध किया जाना पूरी तरह से बेतुका है। जब बिहार विधानसभा के नए भवन का उद्घाटन सीएम नीतीश कुमार ने खुद किया, उन्होंने महामहिम राज्यपाल से इसका उद्घाटन क्यो नहीं करवाया। अब जबकी संसद के नए भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री करने जा रहे हैं तो नीतीश कुमार सहित तमाम विपक्षी दल को दिक्कत हो रही है। यह अनावश्यक विरोध को जनता समझ रही है। उद्घाटन की एक परंपरा रही है, कहीं महामहिम राष्ट्रपति, कहीं प्रधानमंत्री, कहीं मुख्यमंत्री तो कहीं मंत्री विभिन्न कार्यक्रमों एवं स्थलों का उद्घाटन करते हैं। संसद के नए भवन का उद्घाटन 28 मई को वीर सावरकर की जयंती समारोह के दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। जिसे लेकर सियासत गर्म है। वहीं उद्घाटन कार्यक्रम से कांग्रेस समेत 19 दलों ने दूरी बना ली है और बहिष्कार की घोषणा की है।

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