बिहार में अब स्कूलों के आसपास जंक फूड बचने पर रोक, निगरानी के लिए बनेगी टीम, आदेश जारी

पटना। बिहार में अब स्कूलों में या आसपास जंक फूड बेचने पर कार्रवाई होगी। राज्य सरकार ने इसको लेकर सरकारी स्कूलों के साथ निजी स्कूलों में भी निगरानी का आदेश दिया है। खाद्य सुरक्षा के तहत सुरक्षित और संतुलित आहार को लेकर सरकार ने शिक्षा विभाग को इस संबंध में निर्देश दिया है। सरकारी स्कूल के साथ निजी स्कूल में भी इसे लागू करने के लिए प्रशासन के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी जिम्मेदारी मिली है। सैचुरेटेड खाद्य पदार्थ बच्चों को नहीं मिले, इन्हें यह सुनिश्चित करना है। इस संबध में स्कूल प्राधिकरण राष्ट्रीय पोषण संस्थान के साथ विभिन्न एक्सपर्ट की ओर से जारी की गई आहार संबंधी गाइडलाइन को स्कूलों में पालन करवाना है ताकि बच्चे स्वस्थ रहें।

स्कूल परिसर में केवल बिकेगें ये सामान

स्कूल परिसर में बच्चों के लिए केवल स्टेशनरी सामान या उनके प्रात्साहन के काम में आने वाली चीजें ही बेच सकेंगे। यही नहीं स्कूल अहाते या बस आदि पर जंक फूड से संबंधित पोस्टर लगाने पर भी रोक लगाई गई है। वही चिप्स, कुकीज, केक, फ्रोजन फूड, पेस्ट्री, चॉकलेट, आइसक्रीम जैसे खाद्य पदार्थ में सैचुरेटेड फैट होते हैं। जिसके कारण एक सर्वे में यह सामने आया है कि सैयुरेटेड खाद्य प्रदार्थ से एकाग्रता का स्तर प्रभावित होता है। वही सूजन शरीर में बढ़ाता है। पहले किए गए अध्ययनों से साबित हुआ है कि किसी भोजन में सैचुरेटेड फैट की ज्यादा मात्रा होती है वह आपके शरीर और दिमाग दोनों को प्रभावित करता है। कोविड-19 की स्थिति से यह और बढ़ा है। स्कूलों में और परिसर के आसपास इस तरह के सामान धड़ल्ले से बेचे जा रहे। इसे लेकर सभी बीईओ को टास्क दिया गया है।

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