महागठबंधन में जाने के ऑफर को नीतीश ने ठुकराया, लालू को खुले मंच से दिया जवाब

कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

  • सीएम बोले- अब हम यहां काम करने आ गए हैं, और कहीं जाने का सवाल नहीं उठाता
  • इंडिया गठबंधन पर नीतीश का हमला, कहा- वहां कुछ काम नहीं हुआ, तभी वह खत्म हो गया

पटना। बिहार की राजनीति में सत्ता परिवर्तन के बाद भी अभी तक सियासी हलचल बंद नहीं हुई है। शुक्रवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि नीतीश के लिए हमारे दरवाजे हमेशा के लिए खुले हैं जब वह आएंगे तब देखेंगे और हम उनका स्वागत करेंगे। उनके लिए तो दरवाजे हमेशा खुला ही रहते हैं। वहीं अब शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इसका खुले मंच से जवाब दिया है। दरअसल भारत रत्न जननायक कपूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के अवसर पर पटना की राजधानी वाटिका के कपूरी संग्रहालय में राजकीय कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां मुख्यमंत्री ने पहुंचकर जननायक को श्रद्धांजलि दी। जननायक को श्रद्धांजलि देने के बाद उन्होंने पत्रकारों से लंबी बातचीत की और पत्रकारों के कई सवालों के जवाब दिए।
अब हम यहां काम करने आ गए हैं, और कहीं जाने का सवाल नहीं उठाता
बातचीत के दौरान जब पत्रकारों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछा कि महागठबंधन सरकार में आपके सहयोगी रहे लालू प्रसाद यादव ने यह कहा है कि जब नीतीश कुमार आएंगे तब हम उनका स्वागत करेंगे इस पर आप क्या कहना चाहेंगे तो नीतीश कुमार ने बड़ी आसानी से जवाब देते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने कहा है कि लालू के बयान का कोई मतलब नहीं है। हम लोग इधर आ गए हैं और आराम से काम कर रहे हैं। वही नीतीश कुमार ने कहा कि कौन क्या कहता है, इस पर मत जाइए। अब हम इधर आ गए है। पहले भी साथ थे। अच्छे से काम हो रहा है। कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने शराबबंदी की था। अब उनके जाने के बाद हम उनके रास्ते पर चल कर फिर से शराबबंदी कर चुके हैं। हमने तो बस कर्पूरी ठाकुर के विचारों को आगे ले जाने का काम किया है। जब से हम लोगों को बिहार के लिए काम करने का मौका मिला तब से हम लगातार काम कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे।
विपक्षी गठबंधन का नामकरण हमारी सहमति के बिना हुआ, अब सब लोग छोड़ रहे हैं
जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से विपक्षी गठबंधन इंडिया के बारे में सवाल किया कि अब इंडिया गठबंधन के बहुत सारे सहयोगी भी गठबंधन का साथ छोड़कर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं तो इस पर मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि देख लीजिए हमने तो विपक्ष को एकजुट करने का कितना प्रयास किया वह आप सब लोग जानते हैं। देश के इतिहास में हमने पहली बार सभी विपक्षी दलों को पटना में लाने का काम किया लेकिन जब गठबंधन के नामकरण की बारी आई तो उन लोगों ने हमारी सहमति के बिना ही गठबंधन का नाम रख दिया। हमारे साथ-साथ कई विपक्षी सहयोगी भी नाराज हुए लेकिन हमने सबको एकजुट करके रखा और अब हमारे जाते ही एक-एक कर कर सब लोग जा रहे हैं यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। इंडिया गठबंधन में कोई काम ठीक से नहीं हो रहा था हम लोग कई बार सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस से बातचीत करते थे कि अब सीट फाइनल करके बड़ी-बड़ी रैली करने की तैयारी करें लेकिन वह लोग केवल अपनी चाह रहे थे इस कारण हम जहां थे वहां आ गए। अब इंडिया गठबंधन की बात पुरानी हो चुकी है अब वह विपक्षी गठबंधन खत्म हो चुका है क्योंकि वहां कोई अब काम नहीं हो रहा।
गड़बड़ी करने वालों की जांच होगी: सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव समेत राजद कोटे के मंत्री के विभागों की जांच पर भी बयान दिया है। तेजस्वी यादव के पास विभागों की जांच के सवाल पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर अगर गड़बड़ी हुई है तो उसकी जांच होगी। चाहे वो किसी का विभाग रहा हो हमलोग काम करते हैं जो गड़बड़ होती है तो उसका जांच करवाई ही जाती है इसमें कहां कोई अलग बात है, यदि गलत की होगी तभी तो डर होगा। इसके आलावा सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के 400 सीट जीतने वाली बात को लेकर कहा कि- इस बार एनडीए पिछले बार से ज्यादा सीट जीतेगी प्रधानमंत्री ने बिल्कुल ठीक कहा है।
बिहार में हम लोग सही समय पर कैबिनेट का विस्तार करेंगे, आप लोग चिंता मत कीजिए
सरकार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कुल 9 एनडीए नेता मंत्री बनाए गए हैं। मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के बाद अब सभी की नजर कैबिनेट के विस्तार पर है। कैबिनेट विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का रिएक्शन आया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि समय पर सभी काम हो जाएंगे। बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पाला बदलने के बाद एक बार फिर एनडीए की सरकार सत्ता में आ गई है। नई सरकार के गठन के बाद जेडीयू, बीजेपी और हम से कुल 9 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। नीतीश कैबिनेट में जेडीयू कोटे से नीतीश कुमार, विजय चौधरी, बिजेन्द्र प्रसाद यादव और श्रवण कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली थी। बीजेपी कोटे से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा और प्रेम कुमार को मंत्री बनाया गया है जबकि जीतन राम मांझी की पार्टी हम से उनके बेटे संतोष सुमन और निर्दलीय सुमित कुमार सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली थी। सभी मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद उनके बीच विभागों का भी बंटवारा कर दिया गया है। कुल 9 मंत्रियों को अलग-अलग कई विभागों की जिम्मेवारी सौंपी गई है। ऐसे में अब कैबिनेट विस्तार का सभी इंतजार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल्द ही कैबिनेट का विस्तार कर लिए जाने की बात कही है। सीएम नीतीश ने कहा कि जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो जाएगा। अभी तो सब चल रहा है। समय पर कैबिनेट का विस्तार हो जाएगा। अभी तो है ही न मेरे अलावा आठ लोग मंत्री बनाए गए हैं। सारा लोग काम करते रहेंगे।
जातिगत गणना मेरा किया हुआ है, राहुल अपना नाम ले रहे
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जब पूछा गया कि जातिगत गणना को लेकर राहुल गांधी अपना नाम ले रहे हैं तो सीएम ने कहा कि मीटिंग में जब हम बोलते थे तो कभी कुछ बोलना नहीं था और हम तो शुरू से कह रहे हैं कि जातिगत गणना मेरा किया हुआ है। हम लोग तो शुरू से ही जाति आधारित गणना के पक्ष में थे। एनडीए की सरकार में भी हम लोगों ने सभी दलों के नेताओं के साथ जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी जिसके बाद हम लोगों ने अपने स्तर पर बिहार में जातिगत गणना करने का प्रस्ताव विधानसभा से पारित कराया। जो लोग यह कह रहे हैं कि यह उनका काम है उनको शायद इतिहास पता नहीं है।

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