शिक्षक अभ्यर्थियों को बरगलाने का काम कर रही है नीतीश सरकार : राजेश भट्ट

पटना। लोजपा (रा) शिक्षक अभ्यर्थियों के हक की लड़ाई में हमेशा उनके साथ मजबूती से खड़ी है। यह कहना है लोजपा (रा) के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता राजेश भट्ट का। वही भट्ट ने कहा कि सरकार शिक्षक अभ्यर्थियों को केवल बरगलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा की 7वें चरण की नियुक्ति के नाम उसने केवल अभ्यर्थियों को छलने का काम किया है, जो बेहद शर्मनाक है। वही भट्ट ने आगे कहा की तल्ख़ अंदाज में सरकार से पूछा है कि जब शिक्षकों की परीक्षा BPSC के माध्यम से ही लेनी थी, तो अभ्यर्थियों को इतने वक्त तक सरकार ने इंतजार क्यों कराया? सरकार बार-बार सीटीईटी-एसटीइटी के मेरीट लिस्ट की बात क्यों करती रही? क्यों सरकार की तरफ से हर बार यह कहा जाता रहा कि 7वें चरण की बहाली अब शीघ्र शुरू होगी? वही भट्ट ने कहा कि सरकार ने अभ्यर्थियों के साथ घोर नाइंसाफी की है। उसने अंतिम दौर में शिक्षक नियमावली 2023 को लागू किया और अब BPSC के तहत फिर से परीक्षा लेने की बात कही जा रही है, जो बिल्कुल ही सरासर गलत है। वही भट्ट ने सरकार से पूछा कि क्या इससे पहले की परीक्षा सरकार द्वारा नहीं ली गई थी? अखिल अभ्यर्थियों की अर्हता में क्या कमी थी?

वही भट्ट ने कहा कि नीतीश सरकार अब निरंकुशता की सारी सीमाओं को लांघ रही है। सरकार अपने दमनकारी नीतियों से प्रदेश के होनहार युवाओं की उम्मीद को रौंद देना चाहती है। उसने फैसला लेने से पहले एक बार भी यह नहीं सोचा कि जो अभ्यर्थी उम्र-सीमा को पार कर रहे हैं उनका क्या होगा। वही भट्ट ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने अब तक के कार्यकाल में बिहार की शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर के रख दिया है। वह शिक्षा पर केवल प्रयोग करते रहे हैं। उन्होंने पहले डिग्री सर्टिफिकेट लेकर शिक्षक बहाल कराए, फिर सीटीईटी और एसटीइटी से सीधे नौकरी दी और अब BPSC से शिक्षक बहाली करने का तुगलकी फ़रमान थोप दिया जो सर्वथा गलत है। वही भट्ट ने कहा कि शिक्षक अभ्यर्थियों को इतने इंतजार के बाद उनका भविष्य बर्बाद करने के लिए नीतीश कुमार जी जिम्मेदार है। बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ सरकार ने छल किया है। अभ्यर्थी उन्हें कभी माफ नहीं करेंगे। लोजपा (रा) के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने सरकार से कम से कम एसटीइटी 17 और 19 की परीक्षा मे जब उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को 7वें चरण की बहाली के तहत अविलंब नियुक्ति करने की मांग की हैं।

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