गर्मी से राहत नहीं : केरल के तट पर चार दिन लेट मानसून आने की संभावना, IMD ने दी जानकारी

नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को कहा कि केरल के ऊपर दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत में थोड़ी देरी होने की उम्मीद है और इसके 4 जून तक आने की संभावना है। बता दे की दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रूप से लगभग 7 दिनों के मानक विचलन के साथ 1 जून को केरल में प्रवेश करता है। वही मौसम विभाग ने एक बयान में कहा की इस वर्ष केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत में थोड़ी देरी होने की संभावना है। केरल में मानसून की शुरुआत 4 जून को 4 दिनों की देरी के साथ होने की संभावना है। वही केरल में मानसून पिछले साल समय से पहले पहुंचा था। वही IMD ने पिछले महीने कहा था कि अल नीनो की स्थिति के बावजूद भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून के मौसम में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है। वर्षा आधारित कृषि भारत के कृषि परिदृश्य का एक महत्वपूर्ण घटक है, जिसमें शुद्ध कृषि क्षेत्र का 52 प्रतिशत इस बारिश पर निर्भर है। यह देश के कुल खाद्य उत्पादन का लगभग 40 प्रतिशत है, जो भारत की खाद्य सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता में महत्वपूर्ण योगदान देता है। वही भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को कहा कि मई के पहले पखवाड़े में हीटवेव की स्थिति पश्चिमी विक्षोभ के कारण कम गंभीर थी, जिससे उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्से प्रभावित हुए। अगला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत में आ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि हरियाणा, दिल्ली NCR, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में धूल भरी हवाएं चल रही हैं। वही इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि एक पश्चिमी विक्षोभ गुजर चुका है और तेज हवाएं चल रही हैं।

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