मंटू शर्मा हत्याकांड : पुलिस ने हिरासत में लिए दो संदिग्ध, शक के आधार पर की गई कार्रवाई

  • झारखंड से जुड़े हो सकते हैं हत्याकांड के तार, जांच के लिए विशेष टीम का हुआ गठन

पटना। फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के न्यू सबजपुरा इलाके में बीएसएपी-16 के समीप घर में घुस कर जमीन कारोबारी राजीव सिंह उर्फ मंटू शर्मा की हत्या और उनके पिता सुधीर शर्मा व भाई संजीव शर्मा को गोली मारकर घायल करने के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की विशेष टीम गठित की गई है। टीम ने मुख्य आरोपित सन्नी यादव की तलाश में दानापुर और दीघा इलाके से दो संदिग्ध युवकों को हिरासत में लिया है। वहीं, उनके पास मिले संदिग्ध मोबाइल नंबर के आधार पर तीन पुलिसकर्मियों की टीम झारखंड के धनबाद रवाना हो गई है। बताया जाता है कि कुछ साल पहले सन्नी ने धनबाद में फायरिंग की थी, जिसके बाद झारखंड पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। वहां के ठिकाने और उसके साथियों की पहचान के लिए पुलिस झारखंड गई है। वही पुलिस मामले को पहले भूमि विवाद से जोड़ कर देख रही थी, लेकिन बेउर जेल से हत्याकांड के तार जुड़ने के बाद नई कहानी सामने आ रही है। देवघर सिविल कोर्ट में बेउर जेल के बंदी अमित सिंह की पेशी के दौरान हत्या किए जाने के प्रतिशोध में मंटू शर्मा को मारने की जानकारी पुलिस को मिली है। सन्नी बेउर जेल में कैद रहने के दौरान तीन बंदियों का करीबी था। इनमें दो बक्सर के रहने वाले हैं। वहीं, अमित सिंह के पिता पप्पू सिंह भी वर्तमान में बेउर जेल में बंद हैं। एक कैदी राइटर का भी नाम सामने आया है। संभव है कि शुक्रवार को पुलिस बेउर जेल के तीन कैदियों से पूछताछ कर सकती है। एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया कि सन्नी की गिरफ्तारी के बाद हत्या का कारण स्पष्ट हो पाएगा।
फायरिंग में जख्मी पिता का अस्पताल में चल रहा इलाज
फुलवारीशरीफ में मंगलवार को फायरिंग में मंटू शर्मा की मौत हो गई थी। भूलवश उनके पिता सुधीर शर्मा के संबंध में गलत जानकारी प्रकाशित हो गई थी। फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती हैं। जागरण परिवार उनके जल्द स्वस्थ होने और दीर्घायु की कामना करता है। पाठकों को हुई असुविधा के लिए खेद है। वही शुक्रवार को भी शोकाकुल स्वजनों से मिलने आने वाले लोगों की भीड़ मंटू शर्मा के घर पर देखने को मिली। बिहटा, नौबतपुर और आसपास के क्षेत्रों से काफी लोग उनके घर आए थे। कई लोग मंटू शर्मा के स्वजनों का कुशलक्षेम लेने घर और अस्पताल पहुंचे। लोगों का कहना है कि मंटू शर्मा सामाजिक कार्यों में अधिक रुचि लेते थे।

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