दलित अत्याचार पर भाजपा के आरोप पर मांझी का करारा जवाब, कहा- दलित-मुस्लिम एकता से हो रहा पेट दर्द
पटना। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने बिहार में दलित अत्याचार का मामला बढ़ने का आरोप लगाया तो पूर्व मुख्यमंत्री व हम प्रमुख जीतन राम मांझी नीतीश सरकार के बचाव में उतर आए। मांझी ने सरकार की तरफ से भाजपा को कड़ा जवाब दिया है। भाजपा के आरोपों को मांझी ने दलित-मुस्लिम एकता की वजह से हुआ पेट दर्द बताया है।
मांझी ने मंगलवार को ट्वीट कर बिना किसी का नाम लिए कहा, “पूर्णिया की घटना के बाद वहां के मुस्लिम समाज के लोगों ने दलित समाज के भाइयों के पक्ष में खड़े रहकर बता दिया कि सूबे के दलित-मुस्लिम एकजुट हैं, लेकिन दलित-मुस्लिम एकता से जिनके पेट में दर्द हो रहा है, वही बिहार सरकार के ऊपर अंगुली उठा रहे हैं। बिहार में कानून अपना काम कर रहा है। पूर्णिया का ये वही मामला है, जिसकी चर्चा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपने ट्वीट में की थी और जिसका उदाहरण देते हुए उन्होंने बिहार में दलित उत्पीड़न बढ़ने की बात कही थी।
संजय जायसवाल ने दलित उत्पीड़न का उठाया था मुद्दा
भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने 6 जून को फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर कहा था कि बिहार में हाल के दिनों में दलित उत्पीड़न से जुड़े मामले बढ़े हैं। यही नहीं, उन्होंने इन मामलों में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए थे। जायसवाल का कहना था कि ऐसे मामलों में पुलिस दोनों पक्षों को आरोपी बनाने लगती है, जिससे दलितों पर अत्याचार करनेवालों का मनोबल बढ़ता है।