कुढ़नी उपचुनाव में जदयू ने मनोज कुशवाहा को बनाया उम्मीदवार, महागठबंधन ने प्रेस कांफ्रेंस में की घोषणा

पटना। मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उप चुनाव में जेडीयू अपना उम्मीदवार उतारेगी। ये सीट राजद के विधायक अनिल सहनी के धोखाधड़ी के एक मामले में सजायाफ्ता होने से खाली हुई है। राजद ने अपनी सीटिंग सीट जेडीयू के लिए छोड़ दी है। जेडीयू ने इस उप चुनाव में पूर्व मंत्री मनोज कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है। जेडीयू ऑफिस में महागठबंधन की पार्टियों के साझा प्रेस कांफ्रेंस में ये एलान किया गया। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि ये सीट राजद की थी लेकिन तेजस्वी यादव ने हमलोगों के आग्रह पर ये सीट हमारे लिए छोड़ दिया है। गठबंधन का मतलब होता है कि बिना स्वार्थ की राजनीति की जाये और राजद ने उसकी मिसाल पेश की है। प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि नीतीश कुमार ने राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से आग्रह किया था कि कुढ़नी सीट जेडीयू को दे दी जाये। नीतीश कुमार के आग्रह के बाद लालू प्रसाद यादव ने महागठबंधन के सारी पार्टियों से विचार करने के बाद ये फैसला लिया है कि कुढ़नी सीट जेडीयू को दे दी जाये। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि कुढ़नी चुनाव को महागठबंधन की पार्टियां एकजुट होकर लड़ेंगी।

उधर, राजद नेताओं का बडा वर्ग लालू-तेजस्वी के फैसले से हैरान है। बिहार में तीन महीने हुए जब राजद और जेडीयू का गठबंधन हुआ था। इस बीच तेजस्वी यादव लगातार नीतीश के सामने सरेंडर होते दिखे हैं। मनोज कुशवाहा जेडीयू के कद्दावर नेता रहे हैं। वे कुढ़नी से दो बार विधायक रह चुके हैं। 2005 और 2010 में यह कुढ़नी से विधायक रहे थे। 2015 में बीजेपी के केदार गुप्ता से यह चुनाव हार गए। 2020 में जेडीयू ने इन्हें कुढ़नी विधानसभा से टिकट नहीं दिया और इन्हें मीनापुर से विधानसभा का टिकट दिया गया। तो उन्होंने मीनापुर से विधानसभा का जेडीयू सिंबल लौटा दिया। अभी जब सीट खाली हुई है तो जेडीयू के तरफ से एक बार फिर से कुढ़नी से उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है।

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