बिहार में फिल्मी अंदाज में शराब तस्करी : कुरियर के द्वारा हो रही है डिलिवरी, 5 धंधेबाज गिरफ्तार

मुजफ्फरपुर। बिहार में शराबबंदी के बाद से माफिया अलग-अलग तरीके से शराब तस्करी का काम कर रहे हैं। लेकिन, अब धंधेबाज कुरियर के जरिए शराब भेजने लगे हैं। बता दे की कुरियर शराब डिलेवरी के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है। दरअसल, मुजफ्फरपुर उत्पाद विभाग की टीम ने शहर के मझौलिया स्थित एक ऑनलाइन कुरियर से शराब की खेप पकड़ी है। बता दे की दो शिपमेंट में खेप भेजी गई थी। एक शिपमेंट शहर के अहियापुर थाना क्षेत्र स्तिथ शेखपुर ढाब में देनी थी। दूसरी समस्तीपुर में भेजना था। वही इसकी गुप्त सूचना उत्पाद इंस्पेक्टर कुमार अभिनव को मिल चुकी थी। वही उन्होंने बताया की गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई है। सूचना मिली थी की पार्सल के रूप में शराब की खेप पहुंची है। सूचना के आधार पर टीम गठित किया गया। मझौलिया स्तिथ कुरियर कार्यालय में छापेमारी की गई। वही इस दौरान 2 बैग शराब कुरियर में रखी पकड़ी गई। कार्यालय के कर्मी से पूछताछ की गई। इसमें पता चला की शेखपुर ढाब के दो युवक को डिलेवरी देनी है। फिर, एक टीम शेखपुर ढाब पहुंची। उसे डिलिवरी लेते रंगे हाथ पकड़ा गया। वहा पता चला की एक और खेप पहुंची है। जो समस्तीपुर जानी है। इसके बाद टीम दोबारा कार्यालय पहुंची। वहां बारीकी से पार्सल की जांच की गई।

वही इस मौके से 24 कार्टन शराब मिली। एक अलग टीम भेजी गई। इसी बीच कार पर सवार दो धंधेबाज को डिलिवरी लेते पकड़ा गया। फिर एक अन्य युवक को गिरफ्तार किया गया। पांचों से पूछताछ की जा रही है। इनके खिलाफ अभियोग दर्ज किया जा रहा है। पूछताछ के बाद सभी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने की कवायद की जा रही है। वही पांच व्यक्ति में गिरफ्तार आरोपी पूर्व चंपारण का अखिलेश कुमार, बेगूसराय का धर्मेंद्र और लालबाबू ने बताया की वे लोग करीब 1 महीने से इस धंधे में जुड़े है। दिल्ली और हरियाणा के युवक से बातचीत होती है। वही से खेप भेजी जाती है। खेप मिलते ही उन्हे भी पैसे दिए जाते है। करीब 1 महीने से इस धंधे में जुड़े है। अब तक दो बार खेप मंगवा चुका हूं। वही इसमें करीब 17 हजार रुपए कमाए थे। पैसे आने के बाद कुरियर को सेफ जोन मानकर और भी खेप आने लगा। लालबाबु और धर्मेंद्र समस्तीपुर से खेप उठाने वाला था। जबकि, आशुतोष और उसका साथी शेखपुर ढाब में डिलिवरी लेने वाला था। लेकिन, पकड़े गए। उत्पाद इंस्पेक्टर का कहना है कि सप्लायर को चिह्नित करने की कवायद की जा रही है।

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