पटना में मेडिविजन अस्पताल के दो मालिकों का देर रात अपहरण : पुलिस ने छपरा से किया बरामद, तीन गिरफ्तार
पटना। बिहार की राजधानी पटना में कंकड़बाग थाना क्षेत्र के 90 फीट इलाके में स्थित मेडिविजन अस्पताल से मंगलवार की देर रात दो निदेशकों का अपहरण कर लिया गया था, जिसे पटना पुलिस की टीम ने सारण जिले के डेरनी थानांतर्गत एक गैराज से रिहा करा लिया। साथ ही महिला समेत तीन अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई। इसमें पेशेवर अपराधी संदीप ओझा भी है, जो हाल में जेल से छूटा था। महिला के पास से साढ़े चार लाख रुपये भी बरामद हुए। सारण एएसपी अंजनी कुमार ने बताया कि पटना पुलिस की सूचना के दो घंटे के भीतर अपहृत युवकों को मुक्त करा लिया गया। उन्हें पटना पुलिस के हवाले कर दिया गया है। अपहृत युवकों के परिवार से दस लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। वहीं, कंकड़बाग थानाध्यक्ष रविशंकर सिंह ने बताया कि अपहृत रवि रंजन यादव और सुभाष कुमार को पटना लाया जा रहा है।
हथियार के बल पर बनाया बंधक
मंगलवार को आधी रात के बाद चार बदमाश अस्पताल में घुस गए। उस वक्त डायरेक्टर चैंबर में रवि रंजन और सुभाष बैठे थे। हथियार के बल पर अपराधियों ने दोनों को कब्जे में ले लिया और बाहर लाकर गाड़ी में बिठाया। इसके बाद दोनों के मोबाइल छीन लिए। अस्पताल से निकलते ही अपराधी अपहृतों के मोबाइल से उनके परिवारवालों को 10 लाख रुपये फिरौती के लिए काल करने लगे। बताया जाता है कि सारण पहुंचने तक अपहरणकर्ताओं ने लगभग 10 बार रवि रंजन और सुभाष के घरवालों को काल की। इधर, घटना के तुरंत बाद अस्पताल कर्मियों ने कंकड़बाग थाने को सूचना दी। पुलिस ने तुरंत मोबाइल की लोकेशन ली और उसके आधार पर परसा, गढ़का और डेरनी में टीम बनाकर छापेमारी शुरू कर दी गई। बताया जाता है कि पुलिस जैसे ही टावर लोकेशन के आधार पर मोटर गैराज में पहुंची कि उनकी नजर बाहर खड़ी गाड़ी पर पड़ी। दो अपहरणकर्ता साक्ष्य मिटाने के लिए गाड़ी को अंदर से साफ कर रहे थे। उनकी निशानदेही पर गैराज के अंदर एक कमरे से रवि रंजन और सुभाष को मुक्त कराया गया। वहां से एक महिला की भी गिरफ्तारी हुई, जिसके हाथ में नकदी भरा झोला था।
सारण के एक हत्याकांड से जुड़ा हो सकता मामला
सारण पुलिस ने बताया कि माह पहले छपरा में एक एंबुलेंस मालिक सह चालक की हत्या हुई थी। इसमें विनोद और रितिक का नाम सामने आया था। ये दोनों मेडिविजन अस्पताल से जुड़े हैं। रुपयों के विवाद को लेकर हत्या किए जाने की बात सामने आई थी। इस संबंध में पटना पुलिस को जानकारी दी गई है। अपहरणकर्ताओं से पूछताछ के बाद पता चल पाएगा कि रवि रंजन और सुभाष को उन्होंने निशाना क्यों बनाया? प्रथमदृष्टया माना जा रहा है कि एंबुलेंस चालक हत्याकांड के बाद अपहरणकर्ताओं को उनके बारे में अधिक जानकारी मिली और अस्पताल से जुड़े किसी व्यक्ति ने ही लाइनर की भूमिका निभाई थी।