एनडीए में जल्द शामिल हो सकते हैं उपेंद्र कुशवाहा, राजगीर में मंथन शिविर के बाद करेंगे गठबंधन का ऐलान
पटना। भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में अपना कुनबा बढ़ाने में जुटी है। पार्टी उन नेताओं को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है, जो अपनी सियासी जमीन तलाश रहे हैं। हाल ही में उपेंद्र कुशवाहा ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद माना जा रहा है कि वह जल्द ही एनडीए में शामिल होंगे। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलजेडी राजगीर में 28 से 30 अप्रैल तक तीन दिवसीय राजनीतिक शिविर का आयोजन कर रही है। शिविर के पहले दिन उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा। बताया जा रहा है कि शिविर के अंतिम दिन कुशवाहा एनडीए में शामिल होने की घोषणा कर सकते हैं। उसके बाद राष्ट्रीय लोक जनता दल आधिकारिक रूप से एनडीए के लिए चुनाव प्रचार शुरू कर देगा। यह सभी कवायद लोकसभा चुनाव 2024 को देखते हुए की जा रही है।
मजबूरी में नीतीश का साथ छोड़ा : कुशवाहा
शिविर समारोह में उन्होंने उन तमाम बातों को बताया कि किस मजबूरी में वह नीतीश कुमार के करीब गए थे और किस मजबूरी में उन्होंने नीतीश कुमार का साथ छोड़ा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैं बीच-बीच में राह बदलता रहता हूं, लेकिन, मैं कुर्सी के लिए कभी भी राह नहीं बदलता। उन्होंने कहा कि मैंने जब भी राह बदली है तो संघर्ष और राजनीतिक उसूलों के लिए, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुर्सी के लिए हर बार राह बदल कर समझौता कर लेते हैं। मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए कुशवाहा ने यह भी कहा कि जिस पार्टी के खिलाफ उन्होंने आजीवन संघर्ष किया, अंत में उसे उन्होंने जीवनदान दिया और उसे जीवित कर दिया। तीन दिवसीय राजनीतिक शिविर में मुख्य रूप से पार्टी की ओर से बिहार में भविष्य की कार्ययोजना के प्रमुख बिन्दु शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, रोजगार और पलायन के मसले पर परिचर्चा होगी।