पश्चिम बंगाल में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग पर कुर्मी समुदाय का प्रदर्शन, रेलवे ट्रैक पर बैठे ट्रेनों को किया बाधित

कोलकता। पश्चिम बंगाल में कुर्मी समुदाय के लोग अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर वे मंगलवार को रेल पटरियों पर बैठ गए और ट्रेनों की आवाजाही रोक दी। बताया जा रहा है कि एक नेशनल हाईवे पर भी गाड़ियों के आवागमन को रोक दिया गया है। रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, दक्षिण पूर्व रेलवे के आद्रा और खड़गपुर मंडलों में आंदोलन काफी तेज है। बढ़ते आंदोलन के कारण ट्रेन सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित हुईं। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी आद्रा मंडल के निमडीह व कस्तौर और खड़गपुर मंडल के खेमासुली में सुबह पांच बजे से रेल पटरियों पर बैठ गए, जिससे यात्री और मालगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित हुई। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे ने तीन ट्रेनों की सेवाएं आज के लिए रोक दी हैं। इनमें ट्रेन संख्या 03598 आसनसोल-रांची मेमू पैसेंजर, ट्रेन संख्या 08641आद्रा-बरकाकाना मेमू पैसेंजर और ट्रेन संख्या 18036 हटिया-खड़गपुर एक्सप्रेस ट्रेन सेवा शामिल है। इसके अलावा ट्रेन संख्या 18035 खड़गपुर-हटिया एक्सप्रेस का आज आद्रा स्टेशन पर आंशिक समापन होगा। वही राज्य सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि आंदोलनकारियों ने पुरुलिया में एक राष्ट्रीय राजमार्ग को भी जाम किया। इससे लोगों को यातायात में परेशानियों का सामना करना पड़ा। मालूम हो कि आंदोलनकारी कुर्मी समाज के लोग अपनी स्थानीय भाषा को संवैधानिक दर्जा दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं।

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