पारस HMRI में डायलिसिस की नवीनतम हेमोडियाफिल्ट्रेशन मशीन से अब किडनी मरीज के लिए डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध

  • बिहार-झारखंड में डायलिसिस की नवीनतम हेमोडियाफिल्ट्रेशन मशीन पहली बार लगाई गई है
  • सामान्य डायलिसिस के बाद होनेवाले परेशानी से मिलेगी निजात

पटना। पारस HMRI में डायलिसिस की नवीनतम ऑन-लाइन हेमोडियाफिल्ट्रेशन मशीन से अब किडनी मरीज डायलिसिस करा सकेंगे। गुरूवार को इसका उद्घाटन किया गया। पारस HMRI के सर्जरी विभाग के डायरेक्टर डॉ. एए हई, पारस हेल्थ के जोनल डायरेक्टर डॉ. विक्रम सिंह चौहान और नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष व डायरेक्टर डॉ. शशि कुमार ने फीता काटकर किया। नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष व डायरेक्टर डॉ. शशि कुमार ने नए मशीन के बारे मरीजों को विस्तार से बताया। उन्होंने आगे कहा कि इस ये मशीन एक नवप्रवर्तन है जो शरीर में इकट्ठा होने वाली गंदगी को ज्यादा अच्छे से निकाल पाती है। फलस्वरूप मरीज के सामान्य स्वास्थ्य में बढ़ोतरी तो होता ही है साथ ही साथ डायलिसिस होने वाले मरीज की आयु भी बढ़ाता है। यह मशीन बमुश्किल कुछ साल पहले प्रैक्टिस में आई है। बिहार-झारखंड के किसी अस्पताल में यह मशीन पहली बार लगाई गई है। वही इस मशीन से डायलिसिस कराने पर खर्च में भी मामूली अंतर आता है। ऑन-लाइन हेमोडियाफिल्ट्रेशन मशीन से शरीर में बननेवाले एक बड़े मीडिल माल्यूकल भी निकल सकता है जिसकी वजह से डायलिसिस के बाद होनेवाली खुजली, भूख का अभाव, कमजोरी, उल्टी, अच्छा अनुभव नहीं होना आदि से निजात मिल जाता है और संपूर्णता में देखा जाए तो उम्र भी मरीज की बढ़ जाती है। देश के अन्य अस्पतालों में भी यह मशीन आसानी से उपलब्ध नहीं है। चुनिंदा अस्पताल में ही यह मशीन अबतक लग पाई है। वही इस मौके पर पारस हेल्थ के जोनल डायरेक्टर डॉ. विक्रम सिंह चौहान ने कहा कि पारस HMRI मरीजों की बेहतरी के लिए हमेशा तत्पर रहता है। इसलिए हमलोगों ने डायलिसिस की नवीनतम मशीन को लगाए हैं। उम्मीद है बिहारवासी इससे लाभान्वित होंगे। भविष्य में भी इस तरह के प्रयास जारी रहेंगे। वही इस मौके पर किडनी विभाग के कंसल्टेंट डॉ. अभिषेक कुमार, कंसल्टेंट डॉ. जमशेद अनवर एंव कई अन्य डॉक्टर और चिकित्साकर्मी मौजूद रहे।

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