जिम ट्रेनर गोलीकांड : सुप्रीम कोर्ट ने माना- खुशबू ही है मुख्य आरोपी और साजिशकर्ता, जमानत देने से इनकार

पटना। पटना के जिम ट्रेनर विक्रम सिंह पर हुए जानलेवा हमला मामले में जेल में बंद खुशबू सिंह को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। खुशबू सिंह की तरफ से नियमित जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की गई थी। इस पर सोमवार को केस की सुनवाई वर्चुअल मोड में हुई। जिम ट्रेनर के वकील द्विवेदी सुरेंद्र के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की डबल बेंच ने नियमित जमानत देने से इनकार कर दिया। डबल बेंच ने माना कि इस कांड में खुशबू ही मुख्य आरोपी है और साजिशकर्ता है, इसलिए इसकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया।
हस्तक्षेप करने से किया मना
वकील द्विवेदी सुरेंद्र के अनुसार, 13 अप्रैल को पटना हाईकोर्ट के जस्टिस एएम बदर की बेंच ने जमानत याचिका को खारिज किया था, साथ ही ट्रायल कोर्ट को इस मामले का ट्रायल 9 महीने में पूरा करने का निर्देश दिया था। पटना हाईकोर्ट के इस फैसले पर सुप्रीम कोर्ट ने सीधे तौर पर हस्तक्षेप करने से मना कर दिया। कोर्ट ने कहा कि पटना हाईकोर्ट के आदेश में किसी प्रकार की त्रुटि नहीं है। नियमित जमानत याचिका को खारिज करने के लिए जो आधार पटना हाईकोर्ट ने अपने आदेश में दिया है, वह सही है। इसमें किसी भी तरह का हस्तक्षेप करने की आवश्यकता सुप्रीम कोर्ट को नहीं है। खुशबू की ओर से सुप्रीम कोर्ट में वकील राजेश कुमार और बिहार सरकार की ओर से वकील देवाशीष भरुका शामिल हुए थे।
बेउर जेल में बंद है खुशबू सिंह
खुशबू सिंह फिलहाल बेउर जेल में बंद है। इस वारदात में शामिल खुशबू सिंह, उसके पति राजीव कुमार सिंह और दो कॉन्ट्रैक्ट किल्लर समेत कई अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार जेल भेज दिया था। इन सभी में से केवल खुशबू के पति डॉ. राजीव सिंह ही जमानत पर जेल से बाहर है।
18 सितंबर की सुबह हुई थी वारदात
बता दें पिछले साल 18 सितंबर की सुबह कदमकुआं इलाके में जिम ट्रेनर विक्रम सिंह को उनके घर के पास ही घात लगाए अपराधियों ने 5 गोली मारी थी। इस वारदात के कुछ घंटे बाद ही पटना के फेमस फिजियोथेरेपिस्ट राजीव सिंह और उनकी पत्नी खुशबू सिंह का नाम सामने आया था। लंबी पूछताछ और जांच के दौरान मिले ठोस सबूतों के आधार पर पुलिस ने राजीव सिंह और खुशबू सिंह को गिरफ्तार किया था। इस कांड के लिए सुपारी लेने वाला और खुशबू का पुराना दोस्त मिहिर यादव और इसके जरिए सुपारी लेने वाले अपराधी भी पकड़े गए थे।

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