झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने ऑपरेशन के दौरान ले ली महिला की जान, मौके से आरोपी डाक्टर फरार

डेहरी।डेहरी अनुमंडल क्षेत्र के  डेहरी, राजपुर,  तिलौथू प्रखंड ,नौहट्टा प्रखंड  आदि जगहों में झोलाछाप डॉक्टर के चक्कर में एक महिला की जान चली गई। मामला डेहरी नगर थाना क्षेत्र के जक्खी बिगहा की है। जहां 14 जुन के रात में बबन मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल जक्खी बिगहा में 2 बजे रात्रि को भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों एवं नर्सो के द्वारा बड़ा आपरेशन कर बच्चा निकाला गया। बच्चा होने के बाद महिला की हालत खराब होने लगी। इसी बीच परीजनो ने रेफर करने के लिए कहा मगर डाक्टर ने रेफर नहीं किया जब महिला की मौत हो गई तो परीजन आनन फानन में टेम्पो में लादकर नारायण मेडिकल कालेज हास्पिटल ले जा रहे थे कि रास्ते में डाक्टर के गुन्डो द्वारा जबरन टेम्पो को रोक दिया जहां आज सुबह में 22 वर्षीय सीमा देवी की मौत हो गई। मृतका के पति गौतम कुमार एवं परिजनों ने बताया कि प्रसव पीड़ा होने पर महिला को औरंगाबाद के बारून सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बेहतर इलाज के लिए वहां के आशा कार्यकर्ता अनिता देवी के कहने पर डेहरी के डाक्टर आदित्य नारायण मिश्रा के क्लिनिक जक्खी बिगहा में स्थित बबन मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में लेकर गए। जहां इलाज के दौरान एक इंजेक्शन लगाने के बाद मरीज की हालत बिगड़ने लगी मरीज की हालत बिगड़ने के बाद परिजन उसे एक निजी नर्सिंग होम ले जाना चाह रहे थे इसी बीच कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा रोक दिया। जहां उसी हास्पिटल के कम्पाउंडर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका के पति ने बताया कि डॉक्टर क्लिनिक बंद कर फरार हो गए हैं आसपास के लोगों ने बताया कि इस झोलाछाप डॉक्टर के यहां पिछले दिनों में एक महिला की मौत हो चुकी है। ऐसी घटना होने के बाद भी इन झोलाछाप डॉक्टर पर स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई नहीं करते हैं। परीजनो द्वारा डेहरी थानाध्यक्ष कामख्या नारायण सिंह को घटना की जानकारी दी गई । वहीं स्थानीय विधायक सत्यनारायण सिंह यादव ने गहरा दुख प्रकट करते हुए कहा कि अनुमंडल क्षेत्र में झोला छाप डाक्टर की लापरवाही के कारण एक महिला को जान से हाथ धोना पड़ा जिला प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद भी झोलाछाप डॉक्टरों पर अंकुश नहीं लग रहा है ।वहीं भाजपा के वरिष्ठ युवा नेता संजय गुप्ता ने बताया कि अनुमंडल क्षेत्रों में हमेशा झोलाछाप डॉक्टर्स का खुलासा होता रहता है। बड़ी बात यह है कि ऐसे डाक्टर्स का पता तब चलता है जब किसी मासूम की जान चली जाती है। मौके पर थानाध्यक्ष कामाख्या नारायण सिंह ने बताया कि परीजनों से पुछताछ की गई है। मौके से एक कम्पाउंडर को छोड़कर बाकी सभी फरार है। सभी के विरुद्घ लिखित आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।

About Post Author

You may have missed