बिहार उपचुनाव में जदयू ने ‘तीर’ से दागा सटीक निशाना, ‘लालटेन’ की लौ नहीं जली, लालू की एंट्री काम नहीं आयी

पटना। बिहार के दोनों विधानसभा तारापुर और कुशेश्वरस्थान में हुए उपचुनाव में लालटेन की लौ नहीं जल पायी, जबकि जदयू का तीर सटीक निशाना दागने में सफल रहा। दोनों सीट जदयू बचाने में सफल रही। तारापुर सीट जो राजद-जदयू के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गई थी। उक्त सीट पर जदयू के उम्मीदवार राजीव कुमार सिंह ने राजद के उम्मीदवार अरुण कुमार साह को 3821 मतों से पराजित कर दिया। वहीं, राजद सुप्रीमो लालू यादव की एंट्री के बावजूद राजद एक भी सीट नहीं जीत सकी। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यह पार्टी की हार नहीं बल्कि लालू की हार है, जबकि नीतीश कुमार की जीत।

तारापुर

कुशेश्वरस्थान में लालू का मुसहर दांव नहीं चल सका
दूसरी ओर इसके पहले कुशेश्वरस्थान सीट में हजारी परिवार ने फिर जीत हासिल की। यहां लालू यादव का मुसहर दांव नहीं चल सका। कुशेश्वरस्थान में जदयू के अमन हजारी ने 12,698 वोटों से जीत दर्ज की। उनको कुल 59,882 वोट मिले थे। जबकि, राजद के गणेश भारती को 47,184 वोट मिले। वहीं दोनों जगह कांग्रेस का बुरा हाल रहा। कांग्रेस के कमजोर प्रदर्शन पर पार्टी के अंदर की नाराजगी सामने आने लगी है। पहले रुझान के बाद से ही पार्टी कार्यालय सदाकत आश्रम में सन्नाटा पसर गया था। पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने प्रदेश अध्यक्ष से इस्तीफे की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि झा को हार की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

कुशेश्वरस्थान

मांझी ने जदयू को जीत की दी अग्रिम बधाई
रिजल्ट आने से पहले ही पूर्व सीएम और हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने ट्वीट कर जदयू को जीत की अग्रिम बधाई दी और लालू-तेजस्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कुशेश्वरस्थान सीट पर जदयू की शानदार जीत सूबे के गरीबों की जीत है,विकास की जीत है,सुशासन की जीत है। लालू यादव एवं तेजस्वी यादव सिर्फ मुसहर को टिकट देकर आप अब ना तो उन्हें ठग सकतें हैं ना ही बरगला सकते हैं। अब तो आपलोगों के समझ आ गया होगा कि मुसहर किसके साथ है।
तारापुर में धीमी काउंटिंग पर भड़की राजद
तारापुर में काउंटिंग की धीमी रफ्तार पर राजद भड़क गई। राजद ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा कि तारापुर में जानबूझकर मतगणना को 2020 के आम चुनाव की भांति धीमा कर दिया गया है! बिहार सरकार की इसे देर रात तक खींचने की योजना है! सभी राजद समर्थक, कार्यकर्ता, नेता सावधान हो जाए!
मतगणना से पहले तेजस्वी ने लगाए धांधली के आरोप
वोटों की गिनती शुरू होते ही दरभंगा पहुंचे तेजस्वी यादव ने धांधली की आशंका जाहिर की। उन्होंने सरकार से पूछा कि जदयू के लिए वोट मांगने वालों की ड्यूटी गिनती में कैसे लगा दी गई है? संजीव कापर को रिटर्निंग आॅफिसर कैसे बनाया गया? तेजस्वी ने दावा किया कि हम भारी मतों से जीतेंगे। प्रशासन या कुछ लोग अगर गड़बड़ी करेंगे तो हम यहां हैं, इसीलिए हम दरभंगा आए हैं। हमारी नजर हर किसी पर है। जनादेश की चोरी हम नहीं होने देंगे। वहीं, लालू यादव ने भी दावा किया कि दोनों सीट पर हमारी जीत होगी।
जदयू बोली, चुनावों में धांधली करने का संस्कार राजद का
तेजस्वी के आरोपों के बाद जदयू ने पलटवार किया। मंगलवार दोपहर पार्टी ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर लिखा कि चुनावों में धांधली करने की संस्कार राजद की रही है। राजद के शासनकाल में कैसे सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया जाता था? यह हर कोई जानता है। तब वोट देने की आजादी नहीं थी केवल लाठी से चुनाव जीते जाते थे। पर ध्यान रहे अब बिहार में सुशासन की सरकार है।
तेजप्रताप बोले, कुछ लोगों ने पार्टी को किया बर्बाद
इधर, हार के बाद लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव ने कहा कि कुछ लोगों ने पार्टी को बर्बाद करने का काम किया है। जगदानंद सिंह, सुनील सिंह और शिवानंद तिवारी ने पार्टी को हराया है। उन्होंने यह भी कहा कि पिता जी को कैंपेन में ले जाकर उन्हें भी हराने का काम किया है।
विधायकों के निधन से खाली हुई थी सीटें
तारापुर और कुशेश्वरस्थान के विधायकों के निधन के बाद दोनों सीटें खाली हुई थी। तारापुर से विधायक मेवालाल चौधरी का निधन कोरोना से हो गया था। वहीं कुशेश्वरस्थान के विधायक शशि भूषण हजारी का लंबी बीमारी से निधन हो गया था। दोनों विधायक जदयू से थे। 30 अक्टूबर को हुए मतदान में दोनों सीटों पर कुल 49.5% मतदान हुआ था।

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