जाप ने मधुबनी गोलीकांड और नवादा जहरीली शराब कांड के लिए सरकार की प्रशासनिक अक्षमता को ठहराया जिम्मेदार

पटना। जन अधिकार पार्टी (लो) द्वारा मधुबनी के महमदपुर गोलीकांड तथा नवादा में जहरीली शराब कांड की जांच हेतु गठित कमिटी ने दोनों जगहों का दौरा करने के पश्चात पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में अपनी रिपोर्ट जारी की। रिपोर्ट में जाप नेताओं ने दोनों कांड के लिए बिहार सरकार की ढीली प्रशासनिक व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है। पार्टी के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव रघुपति सिंह ने कहा कि भय और आतंक का वातावरण बनाकर रंगदारी वसूलने के नियत से इस सामूहिक नरसंहार को अंजाम दिया गया है। इस कांड के मुख्य आरोपी प्रवीण झा व उसके साथियों को सत्ताधारी भाजपा के विधायक एवं मंत्री का खुला संरक्षण प्राप्त है। स्पीडी ट्रायल कर इन्हें फांसी की सजा दी जानी चाहिए। इस निर्मम घटना के लिए बिहार सरकार को नैतिक रूप से इस्तीफा देना चाहिए। यदि ऐसा नहीं होता है तो यथाशीघ्र हमलोग महामहिम राज्यपाल के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति से राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग करेंगे।
वहीं नवादा में जहरीली शराब कांड की जांच कमिटी की अध्यक्षता करने वाले पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री कुशवाहा ने कहा कि गांव के दौरे के क्रम में मृतकों के परिजनों ने बताया कि जब लोगों को उल्टी और दस्त होने लगे तो प्रशासन की ओर से लाउडस्पीकर से प्रचार करवाया गया कि शहर में डायरिया का प्रकोप हो गया है। जो लोग सदर अस्पताल में भर्ती हुए और मर गए तो उन्हें प्रशासन ने यह भय दिखाकर लाश को जल्द दफनाने को कहा कि यदि जांच होगी तो शराब कांड में परिजनों की गिरफ्तारी होगी। करीब 18 लोग अंधे हो चुके हैं तथा 12 लोग अंशत: या पूर्णत: लकवा के शिकार हो गए हैं।
जाप ने सरकार से मांग की है कि मृतकों के परिजनों को मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपया, सुरक्षा, बच्चों को आजन्म नि:शुल्क सम्पूर्ण शिक्षा एवं प्रत्येक विधवा को सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।
जाप की टीम छपरा और भागलपुर जाएगी
श्री कुशवाहा ने आगे बताया कि गुरुवार को जाप के राष्ट्रीय महासचिव प्रेमचन्द सिंह के नेतृत्व में एक टीम ट्यूशन शिक्षक की हत्या मामले की जांच करने परसा, छपरा जाएगी। तो वहीं महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रानी चौबे के नेतृत्व में एक टीम भागलपुर में हुई न्यायिक हिरासत में मौत की जांच करेगी।

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