कांवड़ यात्रा को लेकर इंटेलिजेंस ब्यूरो का अलर्ट जारी, गृह मंत्रालय ने राज्यों को दिए कांवड़ियों की सुरक्षा का निर्देश

पटना। सावन के महीने में पवित्र कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। इस बीच सूत्रों ने कहा है कि गृह मंत्रालय (एमएचए) ने राज्य सरकारों को कट्टरपंथी तत्वों से खतरे का हवाला देते हुए कांवड़ियों की सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश दिया है। इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के इनपुट के आधार पर गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों के लिए कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए एक सलाह जारी की है। रेलवे बोर्ड को भी खतरे को देखते हुए ट्रेनों की सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश दिए गए हैं। सूत्रों ने बताया कि एडवाइजरी के मुताबिक कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाना चाहिए। जानकारी के अनुसार, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गुरुवार को हिंदू महीने श्रावण के पहले दिन कांवड़ यात्रा शुरू हुई, जिसमें भगवान शिव के भक्त बड़ी संख्या में गंगाजल लेने हरिद्वार पहुंचे। बता दे की उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान सहित कई राज्यों के कांवड़िये हरिद्वार और ऋषिकेश जाते हैं और गंगाजल इकट्ठा करते हैं और अपने घर वापस मंदिरों में भगवान शिव को चढ़ाते हैं।
पटना में आतंकी संगठन के पर्दाफाश के बाद सुरक्षा बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
इसके साथ साथ बिहार और झारखंड में भी विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले की शुरुआत हो चुकी है। इस मेले में शिव भक्त भागलपुर के सुल्तानगंज से अपने कांवड़ में जल लेकर 96 किलोमीटर लंबे रास्ते पर पैदल चलते हुए झारखंड के बाबा बैद्यनाथ मंदिर में जाते हैं और भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से 1 ज्योतिर्लिंग पर जलाभिषेक करते हैं। वही हाल ही के दिनों में बिहार की राजधानी पटना से बड़े आतंकी संगठन का पर्दाफाश हुआ है जिसके बाद बिहार और झारखंड की राज्य सरकारों ने श्रावणी मेला को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी कर दी है। इन श्रावणी मेले में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की आशंका को देखते हुए सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन और सोशल मीडिया की निगरानी के जरिए कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मेला क्षेत्र में बम निरोधक दस्ते और आतंकवाद निरोधी दस्ते भी तैनात किए गए हैं। लगभग 10,000 पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ हरिद्वार और आसपास के क्षेत्रों को 12 सुपर जोन, 31 जोन और 133 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। पुलिस ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्गों की भी चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी और किसी भी शिव भक्त को भाले और अन्य हथियारों के साथ शहर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

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