आजकल जो लोग इतिहास बदल रहे उनको सबक सिखाने के लिए विपक्ष को एकजुट होना बहुत जरूरी है : सीएम नीतीश

  • राजकीय कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के सवालों का दिया जबाब, केंद्र पर भी साधा निशाना
  • हमें किसी पद का लोभ नहीं, अब हम सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं : नीतीश

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं। इसी को लेकर लगातार कई राज्यों का दौरा कर रहे हैं और देश की तमाम विरोधी दलों को एक मंच पर लाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। यही वजह है कि अब सीएम नीतीश जल्द ही उड़ीसा जाने वाले हैं, जहां सीएम नवीन पटनायक से मुलाकात करेंगे। जिसको लेकर गुरुवार को नीतीश कुमार ने कहा कि मेरा कुछ भी निजी लालसा नहीं है। अब हम तो सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। मुख्यमंत्री एक राजकीय कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। इसी दौरान जब उनसे यह सवाल किया गया कि आपकी विपक्षी एकता की मुहिम को नयी धार कब से मिलेगी और आपके पीएम बनने को लेकर जो बातें हो रही है। उसके क्या मायने हैं तो इन सवालों का जवाब देते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आप लोग तो जानबे न करते हैं हर बार कहते हैं कि हमको किसी पद का लोभ नहीं है। मेरा कुछ भी निजी लालसा नहीं है। अब हम तो सभी विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। सीएम ने कहा कि आजकल जो लोग इतिहास बदल रहा है उसको सबक सिखाने के लिए विपक्ष को एकजुट होना बहुत जरूरी है। वहीं सीएम से जब यह सवाल किया दिल्ली, बंगाल और यूपी के बाद अब आपके उड़ीसा जाने की चर्चा तेज है। जिसके जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि उनसे मेरा अच्छा संबध है, आपलोग तो जानते ही है। जल्द ही मुलाकात होनी है। उनसे भी विपक्षी एकजुटता को लेकर बातचीत होगी। लेकिन यह कहना कि पांच तारीख को जाएंगे या नहीं इसको लेकर फिलहाल कुछ भी तय नहीं है। वहीं सीएम ने कहा कि आजकल जो लोग है वह जनगणना नहीं करा रहे है। अब सभी जाति की गणना हो जाएगी तो फायदा ही होगा। इसको लेकर 2019 में ही विधानसभा से इसको मंजूरी कराई गई।
बजरंग दल पर बोले सीएम, विपक्षी दलों के सभी नेता एक साथ बैठेंगे तो फिर इसको लेकर बातचीत होगी
इसके अलावा जब नीतीश कुमार से बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही गई तो उन्होंने कहा कि जब विपक्षी दलों के सभी नेता एक साथ बैठेंगे तो फिर इसको लेकर बातचीत होगी और हमारी सरकार आएगी तो फिर उसको लेकर रणनीति बनाई जाएगी, इसलिए हम अभी इसको लेकर कुछ भी नहीं कहना चाहते हैं। वहीं सम्राट चौधरी के तरफ से सीएम पर बोले जा रहे हमले को लेकर उन्होंने कहा कि पहले वो किस दल में था फिर कहां-कहां गया। पहले राजद फिर जेडीयू के उसके बाद बीजेपी में गया। उसके पिता जी को राजनीति में कौन लाया था ये तो सभी जानते है।
बिहार में सभी दलों सबकी सहमति पर जातीय गणना हो रही है : मुख्यमंत्री
सीएम ने कहा कि सबकी सहमति पर जातीय गणना हो रही है। जातीय गणना की पहले से मांग हो रही थी। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार ने बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों से इसको पारित करके गणना करवाने का फैसला किया था। 10 वर्षों पर जनगणना होती थी, लेकिन अब तो वह केंद्र सरकार नहीं करवा रही है। पूरे देश में जाति आधारित जनगणना की मांग की गई थी। सभी दोनों के साथ प्रधानमंत्री के साथ ही मिले थे, लेकिन देश में यह नहीं की गई। बिहार में सभी दलों की सहमति के बाद इसे करने का फैसला किया। सीएम नीतीश ने कहा कि अब इसका विरोध क्यों हो रहा है यह समझ में नहीं आ रहा है। नीतीश कुमार ने कहा कि यदि यह गिनती हो जाती है तो इससे नुकसान किसको है। सभी जाति एवं धर्मों के लोगों की आर्थिक स्थिति कैसी है इसका पता चल जाएगा। पूरे बिहार के लोगों में इस बात को लेकर के खुशी है। बिहार में जाति आधारित गणना के खिलाफ दायर की गई याचिकाओं पर पटना हाईकोर्ट ने बुधवार को सुनवाई पूरी कर फैसला सुरक्षित रख लिया था। अदालत इस मामले पर आज फैसला सुनाएगी। हाई कोर्ट में याचिका दायर कर जातीय गणना को तत्काल रोकने की मांग की गई है।

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