पूर्णिया में 15 साल की किशोरी का फंदे से लटका मिला शव, परिवार ने पड़ोसियों पर लगाया हत्या का आरोप

पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया जिले के रूपौली में एक 15 साल की किशोरी का फंदे से लटका हुआ शव मिलने से इलाके में हड़कंप मच गया। मृतका के परिजनों ने अपने पड़ोसियों पर छेड़खानी का विरोध करने पर किशोरी की हत्या का आरोप लगाया है। इस वारदात के बाद पड़ोसी गांव छोड़कर फरार हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही रूपौली थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जीएमसीएच पूर्णिया भेज दिया। यह घटना रूपौली थाना क्षेत्र की है। किशोरी के दादा और चाचा ने बताया कि तीनटंगा मोड़ तिरासी गांव में रास्ते को लेकर पिछले 10 दिनों से उनके पड़ोसियों के साथ विवाद चल रहा था। इस विवाद के दौरान पड़ोसियों ने जान से मारने की धमकी भी दी थी। किशोरी के परिजनों ने दावा किया कि उनके पड़ोसी गांव के लोगों ने उनकी बेटी के साथ मारपीट की और उसे फंदे से लटका दिया। इसके बाद वे गांव छोड़कर फरार हो गए हैं। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि किशोरी अक्सर घर के कामों में व्यस्त रहती थी और पढ़ाई भी करती थी। लेकिन हाल ही में पड़ोसियों के साथ हुए विवाद ने उसकी जिंदगी को मुश्किल बना दिया था। किशोरी के परिजनों का आरोप है कि उनके पड़ोसियों ने छेड़खानी का विरोध करने पर उनकी बेटी की हत्या की है। पुलिस ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने यह भी कहा कि वे सभी आरोपों की गहनता से जांच करेंगे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मृतका के परिवार ने यह भी बताया कि वे पड़ोसियों के खिलाफ मामला दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे न्याय की लड़ाई लड़ेंगे और दोषियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है। लोग अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि वे जल्द से जल्द दोषियों को गिरफ्तार करें और गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखें। वारदात के बाद स्थानीय लोगों में आश्चर्य और आक्रोश है। गांव में महिलाएं और बच्चे अब अपनी सुरक्षा में अधिक सतर्क हो गए हैं और स्थानीय प्रशासन से इस मामले में कार्रवाई की मांग की जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर से समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने फिर से महिला सुरक्षा के मुद्दे को सामने लाया है। लोग चाहते हैं कि इस मामले में दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार को न्याय मिले। वे यकीन दिलाते हैं कि स्थानीय पुलिस और प्रशासन न्याय की प्रक्रिया में कोई देरी नहीं करेंगे और सुरक्षा को मजबूती से बनाए रखेंगे। पूर्णिया की यह घटना एक दर्दनाक और चिंताजनक है, जिसने एक परिवार की खुशियों को हमेशा के लिए छीन लिया। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में किस तरह की कार्रवाई करते हैं और क्या वे पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाएंगे।
