नीतीश सरकार शिक्षक अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ क्रूर मजाक कर रही है : युवा राजद

पटना। युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने सातवें चरण की प्राथमिक शिक्षक विज्ञप्ति जारी करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुए कहा कि बिहार सरकार शिक्षक बहाली प्रक्रिया में टाल मटोल की नीति अपना कर शिक्षक अभ्यर्थियों के भविष्य साथ क्रूर मजाक कर रही है। 2019 में 94 हजार शिक्षकों बहाली निकाली गई। 4 वर्षों होने चले लेकिन अभी तक  STET-2019 की बहाली प्रक्रिया पूरी बिहार सरकार नहीं कर पाई है। जोकि बिहार सरकार की निकम्मेपन को पूरी तरह दर्शाता है।

यादव ने कहा कि बिहार में ढाई लाख से अधिक शिक्षकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं। जोकि देश मे सबसे अधिक बिहार प्रदेश में शिक्षकों के पद खाली पड़े हुए हैं। फिर भी शिक्षकों के खाली पड़े पदों को भरने को लेकर नीतीश सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंगती है। जोकि बिहार के शिक्षा व्यवस्था के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। नीतीश सरकार की गलत शिक्षा नीतियों के कारण बिहार की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गया। देश में शिक्षा व्यवस्था के मामले में बिहार सबसे फिसड्डी राज्यों के श्रेणी में है। बिहार में 17 वर्षों से भाजपा-नीतीश गठबंधन की सरकार है। बिहार की एनडीए सरकार को बताना चाहिए कि बिहार की ध्वस्त शिक्षा व्यवस्था के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है।

About Post Author

You may have missed