पूर्व मंत्री रेणु कुमारी कुशवाहा के साथ सैकड़ों लोगों ने भाजपा छोड़ा

सबका साथ लेकर किसी खास का विकास करती है भाजपा : रेणु कुमारी कुशवाहा

पटना। पूर्व सांसद सह पूर्व मंत्री रेणु कुमारी कुशवाहा ने आज पटना में प्रेस वार्ता कर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी के सभी पदों से इस्‍तीफा देने की घोषणा की। इस दौरान उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के शीर्ष नेतृत्‍व पर निशाना साधा। रेणु कुमारी कुशवाहा ने कहा कि भाजपा में समर्पित कार्यकर्ताओं के साथ यूज एंड थ्रो का व्‍यवहार किया जाता है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्‍व को अपने नेता व कार्यकर्ताओं से मिलने का समय तक नहीं है। पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र समाप्‍त हो चुका है।

रेणु कुमारी कुशवाहा ने कहा कि आज से ठीक पांच साल पहले मैं बिहार सरकार में मंत्री रहते हुए देश में नरेंद्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे से विशेष रूप से प्रभावित होकर जदयू और मंत्री पद से इस्‍तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी में अपने समर्थकों के साथ शामिल हुई थी। लेकिन इन पांच वर्षों में भाजपा नीत सरकार और नरेंद्र मोदी का चेहरा बेनकाब हो गया है। रही सही कसर इस बार लोकसभा चुनाव में प्रत्‍याशियों के चयन ने पूरी कर दी है। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य की बड़ी आबादी अल्‍पसंख्‍यक समाज और कुशवाहा समाज की है। लेकिन इन दोनों समुदायों को राज्‍य में टिकट से वंचित करके कैसे यह पार्टी सबका विकास करना चाहती है ? हां, यह बात सच है कि सबका साथ तो ये ले लेते हैं और विकास किसी खास का करते हैं। उनके व्‍यवहार से मैं, मेरे समाज और साथी  – सहयोगी काफी खिन्‍न और मर्माहत हैं। इस असहज परिस्थिति में भाजपा में राजनीति नहीं हो सकती है। फलत: अपने साथियों एवं समर्थकों के साथ आज भाजपा से त्‍याग पत्र दे रही हूं। हम आगे की राजनीति की रणनीति पुन: अपने साथियों के साथ बैठकर तय करेंगे।

वहीं, रेणु कुमारी कुशवाहा के साथ इस्‍तीफा देने वाले प्रमुख व्‍यक्तियों में मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से 2014 में भाजपा के प्रत्‍याशी रहे विजय कुमार‍ सिंह, भाजपा के वरीय नेता सह पूर्व प्रदेश उपाध्‍यक्ष नरेंद्र सिंह कुशवाहा, भाजपा नेता उत्तम कुमार मेहता और पूर्व विधायक पूनम देवी हैं। विजय कुमार‍ सिंह ने साफ तौर पर कहा कि  हाल के वर्षों में राजनीतिक पार्टियों की कुत्सित मानसिकता की वजह से लोकतंत्र अब पूरी तरह धनतंत्र और वंशवाद में तब्‍दील हो गया है।

उन्‍होंने कहा कि किसी भी पार्टी में निष्‍ठावान सांगठनिक कार्यकर्ताओं के भविष्‍य के बारे में नेताओं को कोई चिंता नहीं है। रूपयों  – पैसों के बदौलत टिकट वितरित किया जा रहा है। सभी पार्टियों ने राजनीतिक लोकतंत्र का मखौल उड़ाया है और आम जनता एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं के साथ भद्दा मजाक किया है। ऐसे में अब नई तरह की राजनीति की आवश्‍यकता हो गई है। हमलोग निकट भविष्‍य में सभी दलों के स्‍वाभिमानी राजनैतिक कार्यकर्ताओं और हाशिए पर स्थित सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ बैठकर नई राजनीतिक दशा तय करेंगे। इतिहास साक्षी है कि बिहार से प्राचीन काल में भी कई तरह के आध्‍यात्मिक, राजनैतिक, सामाजिक, सांस्‍कृतिक, शै‍क्षणिक, आंदोलन की शुरूआत हुई है। फिर से वर्तमान राजनीतिक परिवेश में बिहार से ही नई दिशा का आगाज होगा। संवाददाता सम्‍मेलन में में पूर्व सांसद व बिहार सरकार में पूर्व मंत्री रेणु कुमारी कुशवाहा के साथ मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से 2014 में भाजपा के प्रत्‍याशी रहे विजय कुमार‍ सिंह, भाजपा के वरीय नेता सह पूर्व प्रदेश उपाध्‍यक्ष नरेंद्र सिंह कुशवाहा, भाजपा नेता उत्तम कुमार मेहता और पूर्व विधायक पूनम देवी मौजूद रहीं।

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